दिल्ली सरकार की केंद्र से मांग, प्रदूषण रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों में भी बैन हों पटाखे
नई दिल्ली, 23 सितंबर: राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर इलाके में बढ़ते प्रदूषण की समस्या पर गुरुवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने पराली जलाने पर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के साथ ही पर्यावरण मंत्रियों सहित पड़ोसी राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इस बैठक में मंत्री भूपेंद्र यादव ने इंटर स्टेट और इंटर मिनिस्ट्रियल के तालमेल की जरूरत के मुद्दे पर बात की।
मीटिंग में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि जिस भावना के साथ वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग की परिकल्पना की गई थी, वह राज्यों की कार्य योजना में स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ता है। कार्य योजना का परिणाम राज्यों की प्रभावशीलता पर महत्वपूर्ण रूप से निर्भर करेगा।
पड़ोसी राज्यों में पटाखों पर बैन की मांग
केंद्र की ओर से बुलाई गई इस बैठक में दिल्ली सरकार की ओर से राजधानी के आसपार पड़ोसी राज्यों में पटाखों पर बैन लगाने की मांग की गई। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि बैठक में मुख्य तौर पर सर्दी के समय में बढ़ने वाले प्रदूषण स्तर पर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि दिल्ली का प्रदूषण स्तर बढ़ने का सबसे ज्यादा कारण बाहर का प्रदूषण है।
एनसीआर में सीएनजी वाहनों की अपील
उन्होंने कहा कि वाहनों से होने वाले प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए हमने केंद्रीय पर्यावरण मंत्री से एनसीआर में सीएनजी से चलने वाले सार्वजनिक परिवहन की सुविधा का अनुरोध किया है। हमने यह भी मांग की है कि पड़ोसी राज्यों में भी दिवाली के आसपास पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जाए।
बायो-डीकंपोजर का इस्तेमाल जरूरी
इसी के साथ दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा, 'मैंने सभी राज्य सरकारों, केंद्र सरकार से अपील की है कि पराली की समस्या का जड़ से समाधान के लिए आपातकालीन उपाय के तौर पर बायो डीकम्पोजर का युद्ध स्तर पर छिड़काव करने की तैयारी करें। पंजाब, हरियाणा,उत्तर प्रदेश समेत कई सरकारों ने बताया कि वे इसके उपयोग का निर्णय ले रहे हैं, लेकिन कार्ययोजना में कमी है। आपको बता दें कि हाल ही में हाल ही में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह साफ कर दिया है कि दिवाली के समय राजधानी में पटाखों पर पूर्णतया बैन रहेगा।