भारत बंद का समर्थन करने आए दिल्ली कांग्रेस चीफ को किसानों ने वापस भेजा, बोले- ये सियासी मंच नहीं
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली के गाजीपुर व सिंघु बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों का जमावड़ा लगा है। आज किसान संगठनों के "भारत बंद" को देखते हुए सत्तारूढ़ भाजपा के विरोधी दल प्रदर्शनकारियों को समर्थन देने पहुंच रहे हैं। इस बीच दिल्ली में गाजीपुर सीमा पर कुछ आंदोलनकारी किसानों ने दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल चौधरी को अपने धरना-स्थल से वापस चले जाने के लिए कहा, जहां वह उनके साथ शामिल होने आए थे।
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दिल्ली
कांग्रेस
प्रमुख
को
आंदोलनकारियों
ने
वापस
लौटाया
गाजीपुर
बॉर्डर
पर
किसान
आंदोलनकारियों
को
समर्थन
देने
आए
दिल्ली
कांग्रेस
प्रमुख
को
लौटाते
हुए
भारतीय
किसान
यूनियन
के
एक
नेता
प्रवीण
मलिक
ने
कहा
कि,
यह
सियासी
मंच
नहीं
हैं।
यहां
किसानों
का
प्रदर्शन
चल
रहा
है।
यदि
किन्हीं
को
हमारे
साथ
खड़ा
होना
है..तो
हम
उनका
धन्यवाद
देंगे।
मगर,
हमने
उन
(दिल्ली
कांग्रेस
प्रमुख)
से
कहा
है
कि
हम
उन्हें
बंद
के
दौरान
उनके
समर्थन
के
लिए
धन्यवाद
देते
हैं,
लेकिन
यह
एक
गैर-राजनीतिक
विरोध
और
मंच
है।
इस
बारे
में
हमने
पहले
घोषणा
की
थी
कि,
हम
अपने
मंच
पर
राजनीतिक
दलों
को
अनुमति
नहीं
देंगे।
इसलिए
हमने
उनसे
अनुरोध
किया
कि
वे
हमारे
धरना-स्थल
से
थोड़ी
दूर
पर
विरोध
करें।
हम
उनका
विरोध
नहीं
कर
रहे।
वहीं,
दिल्ली
कांग्रेस
अध्यक्ष
अनिल
चौधरी
का
भी
बयान
आया
है।
अनिल
ने
कहा
कि,
मैं
उनकी
स्थिति
समझ
सकता
हूं।
यह
किसानों
का
मसला
है।
उनकी
आवाज
बुलंद
करने
के
लिए
कांग्रेस
भी
सड़कों
पर
उतरेगी।
और
यदि
किसान
हमें
यहां
से
जाने
को
कहेंगे
तो
हम
वापस
चले
जाएंगे।
हम
यहां
किसानों
के
लिए
आए
हैं,
कोई
राजनीतिक
एजेंडा
नहीं
है।
किसान
संगठनों
ने
तीन
कृषि
कानूनों
को
लेकर
आज
भारत
बंद
का
आह्वान
किया
हुआ
है।
जहां-जहां
धरनास्थल
हैं..वहां
मंच
से
किसान
नेता
अपनी
मांगें
गिना
रहे
हैं।
उनका
कहना
है
कि
जब
तक
कृषि
कानून
वापस
नहीं
लिए
जाएंगे,
तब
तक
आंदोलन
खत्म
नहीं
होगा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने आज सुबह कहा कि, देश के कई इलाकों में भारत बंद का आवाह्न किया गया है। हमेशा की तरह गाज़ीपुर बॉर्डर पर भी कृषि क़ानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन चल रहा है। उन्होंने कहा कि, आज संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक बंद का ऐलान किया गया है। यानी आज शाम 4 बजे तक बंद रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत यह भी ने कहा कि, लोगों से अनुरोध है कि लंच के बाद ही निकलें, नहीं तो जाम में फंसे रहेंगे। एम्बुलेंस को, डॉक्टरों को, ज्यादा ज़रूरतमंदों को निकलने दिया जाएगा। दुकानदारों से भी अपील की है कि आज दुकानें बंद रखें।"