13 साल की बच्ची का अपहरण, रिटायर्ड डीएसपी के होटल में रख 26 दिन तक दुष्कर्म किया
रिटायर्ड डीएसपी की होटल में नाबालिग और बिन मां की बच्ची का अपहरण कर 26 दिन तक रखने और होटल के मैनेजर व उसके साथी द्वारा दुष्कर्म करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बच्ची को चोरी छिपे नशे की लत भी लगा दी गई थी।
सिविल लाइन थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की के दादा की शिकायत पर सामूहिक दुष्कर्म का यह मुकदमा दर्ज किया है। बताया गया है कि लड़की की मां गुजर चुकी है और पिता एक मामले में जेल की सजा काट रहा है। लड़की के अकेलेपन का फायदा उठाकर सटई रोड क्षेत्र में रहने वाले सोहित द्विवेदी ने इस लड़की से दोस्ती की। लगभग 8 माह पहले दोस्ती के बाद लड़की को कपड़े खरीदवाए और उसे नशे की आदत डाल दी। इस बीच सोहित द्विवेदी ने इस लड़की को अपनी एक महिला मित्र सपना उर्फ ऊषा विश्वकर्मा से मिलवाया जो लड़की को गलत काम के लिए प्रेरित करने लगी। विगत दिनों सोहित द्विवेदी इसी महिला मित्र के साथ लड़की को लेकर सागर रोड स्थित द रॉयल होटल पहुंचा। इस होटल में पहले से ही होटल के मैनेजर नीरज तिवारी से साठ-गांठ बनाई गई थी।
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नाबालिग लडकी को कमरे में भेजा और यहां सोहित द्विवेदी व नीरज तिवारी ने बारी-बारी से लड़की के साथ 26 दिनों तक दुष्कर्म किया और फिर उसे डरा-धमकाकर छोड़ दिया। 11 जनवरी को इस मामले में नाबालिग लड़की के परिजन के तौर पर उसके दादा उसे लेकर सिविल लाइन थाने पहुंचे और यहां पर मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई। एफआईआर में लड़की ने बताया कि आरोपी सोहित और नीरज तिवारी ने उसे अपहरण कर बंधक बनाया और कई बार उसके साथ होटल में अवैध संबंध बनाए। सिविल लाइन थाना पुलिस ने लडकी के बयानों के आधार पर तीनों आरोपियों के विरूद्ध धारा 363, 343, 376, डीए 506, 5जी / 6 पोक्सो एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज
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नशा
और
वैश्यावृत्ति
गिरोह
से
जुड़े
हो
सकते
हैं
आरोपियों
के
तार
पीड़ित
नाबालिग
के
दादा-दादी
ने
जो
एफआईआर
सिविल
लाइन
थाने
में
दर्ज
कराई
है
उसमें
बताया
गया
है
कि
आरोपी
सोहित
द्विवेदी
उनकी
13
वर्षीय
लड़की
से
पिछले
8
माह
से
संपर्क
में
था।
चूंकि
लड़की
की
मां
गुजर
चुकी
है
और
पिता
जेल
में
है,
इसलिए
आरोपी
ने
उसे
शिकार
बना
लिया।
लड़की
को
नशे
की
लत
लगा
दी
और
फिर
उसे
26
दिनों
तक
बंधक
बनाकर
रखा
गया।
इस
मामले
में
संदेह
जताया
जा
रहा
है
कि
आरोपियों
के
तार
नशे
के
कारोबार
और
वैश्यावृत्ति
से
भी
जुड़े
हो
सकते
हैं।
इस
मामले
में
रिटायर्ड
डीएसपी
रमेश
गुप्ता
का
रॉयल
होटल
भी
संदेह
के
घेरे
में
आ
गया
है।
क्योंकि
होटल
के
मैनेजर
ने
भी
इस
सामूहिक
दुष्कृत्य
में
भूमिका
निभाई
है।
यह
होटल
पहले
भी
इस
तरह
की
गतिविधियों
के
लिए
बदनाम
रह
चुका
है।
छतरपुर
पुलिस
के
आला
अधिकारी
इस
मामले
में
विवेचना
और
जांच
पर
नजर
बनाए
हुए
हैं।
आरोपियों
की
लोकेशन
ट्रेस
की
जा
रही
है।