चेन्नई में जमकर बरसे औवेसी; बोले- AIADMK अब जयललिता की पार्टी नहीं रही, यह मोदी जी की गुलाम बन चुकी है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी शुक्रवार को चेन्नई में एक चुनावी रैली के दौरान जमकर बरसे।
चेन्नई। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी शुक्रवार को चेन्नई में एक चुनावी रैली के दौरान जमकर बरसे। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के साथ अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि एआईडीएमके अब जयललिता की पार्टी नहीं रही, दुर्भाग्यवश यह अब नरेंद्र मोदी की गुलाम हो चुकी है।
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उन्होंने कहा, 'AIADMK अब मैडम जयललिता की पार्टी नहीं रही, उन्होंने हमेशा अपनी पार्टी को भाजपा से दूर रखा। दुर्भाग्य यह है कि AIADMK अब मोदी की गुलाम बन चुकी है।' मालूम हो कि तमिलनाडु में कुछ ही दिनों बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन की पार्टी AIMIM, टीटीवी दिनाकरन की पार्टी अम्मा मक्कल मुनेत्र कड़गम (AMMK) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रही है। उन्होंने अपनी विरोधी पार्टी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के कांग्रेस के साथ गठबंधन पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा, 'शिवसेना के मुख्ममंत्री ने महाराष्ट्र विधानसभा में कहा कि उन्हें गर्व है कि शिवसेना ने बाबरी मस्जिद के लिए बलिदान दिया। क्या आज डीएमके शिवसेना की बातों से सहमत है? दिनाकरन साहब और मुझ पर बीजेपी की बी टीम होने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन डीएमके कांग्रेस के साथ बैठी है जिन्होंने शिवसेना को महाराष्ट्र की सत्ता तक पहुंचने में मदद की। यह कहा जाता रहा है कि हमारे विधानसभा चुनाव लड़ने का फायदा बीजेपी को मिलता रहा है। क्या डीएमके मुझे धर्मनिरपेक्षता की अपनी परिभाषा बता सकती है। कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना को समर्थन दे रही है। तो क्या DMK के अनुसार शिवसेना धर्मनिरपेक्ष है या सांप्रदायिक?'
गौरतलब है कि एआईएमआईएम तीन विधानसभा क्षेत्रों- वानीयंबादी, कृष्णागिरि और शंकरपुरम में एएमएमके के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है। राज्य की 234 विधानसभा सीटों पर 6 अप्रैल को चुनाव होंगे। चुनावों के नतीजे 2 मई को आएंगे।