चंडीगढ़ को पंजाब से कंट्रोल करना चाहती है AAP, भगवंत मान की दखलअंदाज़ी नहीं होगी बर्दाश्त- BJP
पंजाब सरकार पर आए दिन विपक्षी दलों के नेता निशाना साध रहे हैं। इसकी कड़ी में आज चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने पंजाब की आप सरकार पर निशाना साधा।
चंडीगढ़ 12 मई 2022। पंजाब सरकार पर आए दिन विपक्षी दलों के नेता निशाना साध रहे हैं। इसकी कड़ी में आज चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने पंजाब की आप सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में आम आदमी के पार्टी के पार्षदों को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने मुताबिक चला रहे हैं। भगवंत मान नगर निगम कमिश्नर और पंजाब से आए अन्य अधिकारियों पर शिकंजा कसते हुए 'आप' के पार्षदों के मुताबिक चलाना चाहते हैं। अरुण सूद ने कहा कि आम आदमी पार्टी ओछी और घटिया राजनीति कर रही है। चंडीगढ़ प्रशासन में भगवंत मान की दखलअंदाजी किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
भगवंत मान ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
अरुण सूद ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के पार्षद अपने प्रभारी जरनैल सिंह और सह प्रभारी कुलवंत सिंह के साथ कल पंजाब के मुख्यमंत्री से मुलाक़ात की थी। मुलाक़ात के दौरान नगर निगम कमिश्नर तथा अन्य अधिकारियों की शिकायत करते हुए कहा अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते है। चूंकि अधिकारी पंजाब से डेपुटेशन पर चंडीगढ़ प्रशासन में आए हैं इसलिए इनको सबक सिखाया जाए। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री से मिलने के बाद इन पार्षदों ने बयान दिया है कि भगवंत मान ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे इस मामले में शीघ्र कार्रवाई । कमिश्नर और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें सबक सिखाया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें कहा जाएगा कि वह आम आदमी पार्टी के पार्षदों की बात माने।
चंडीगढ़ को पंजाब से कंट्रोल करना चाहती है- AAP
अरुण सूद ने कहा कि पार्षदों द्वारा बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ को पंजाब से कंट्रोल करना चाहती है। पंजाब के मुख्यमंत्री को चंडीगढ़ प्रशासन के कार्यों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है। आनंदिता मित्रा और अन्य अधिकारी जो पंजाब से चंडीगढ़ में आए हुए है, सभी सिविल सर्विस स्तर के प्रशासनिक अधिकारी हैं। वह जब तक चंडीगढ़ प्रशासन में डेपुटेशन पर है उनकी जवाबदेही चंडीगढ़ के प्रशासक और प्रशासन के प्रति है, पंजाब सरकार के प्रति नही। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान कौन होते हैं चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों पर कार्रवाई करने वाले ?
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भगवंत मान पर अरुण सूद ने साधा निशाना
अरुण सूद ने कहा कि आम आदमी पार्टी की इस हरकत से साफ़ ज़ाहिर है कि आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ में पंजाब सरकार की सीधी दखलअंदाजी चाहती है और चंडीगढ़ को पंजाब से कंट्रोल करना चाहती है। यह किसी भी हालत में मंजूर नहीं होगा । इसके अलावा भगवंत मान ने इन अधिकारियों पर कार्रवाई करने की जो बात कही है वह बिल्कुल असंवैधानिक और गैर जिम्मेदाराना है, भगवंत मान किस हक से ऐसा कह सकते हैं। क्या वह चंडीगढ़ को रिमोट कंट्रोल से चलाना चाहते हैं। जैसा कि उनकी खुद की सरकार दिल्ली के रिमोट कंट्रोल से चल रही है। चंडीगढ़ में उनके इरादे सफल नहीं होने दिए जाएंगे । इससे पहले आम आदमी पार्टी के चंडीग संयोजक प्रेम गर्ग ने भी कमिश्नर को मैसेज भेज कर पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद उनके नाम से धमकाने की कोशिश की थी । आम आदमी पार्टी चंडीगढ़ के अधिकारियों पर अनैतिक दबाव बना रही है।
भगवंत को माफी मांगनी चाहिए- अरुण सूद
भगवंत मान को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या उन्होंने ऐसा कुछ कहा है और आम आदमी के पार्टी के पार्षद सही कह रहे हैं या गलत। अगर उन्होंने ऐसा कहा है तो उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर ऐसा कहने के लिए चंडीगढ़ की जनता और अधिकारियों से माफी मांगने चाहिए। यह चंडीगढ़ की अस्मिता का सवाल है और अगर उन्होंने ऐसा नहीं कहा है तो उन्हें अपने पार्षदों को सबक सिखाना चाहिए व उन्हें जिम्मेदारी से बयान देने का पाठ पढ़ाया जाना चाहिए। अरुण सूद ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी ने जनता से झूठे वादे करके लोगों से वोट लिए थे। अब वह इन झूठे वादों को पूरा करने में असमर्थ है और वार्ड में काम नहीं करवा पा रहे हैं। इसलिए ही बहानेबाजी करके लोगों का ध्यान बांटना चाहते हैं। उनका मकसद केवल भाजपा का विरोध करना है ।
‘AAP का BJP से लड़ना ही मकसद रह गया है’
आम आदमी पार्टी का भाजपा से लड़ना ही मकसद रह गया है जबकि इसमें भी कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।आम आदमी पार्टी के पार्षद आपस में ही लड़ रहे हैं। इनकी आपसी गुटबाजी सबके सामने आ गई है। अरुण सूद ने सलाह देते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी को घटिया राजनीति छोड़ लोगों के भलाई के काम करने चाहिए। इसके साथ ही विकास कार्यों के लिए नगर निगम को सहयोग करें । उल्टे सीधे आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से ना भागें। वैसे भी आम आदमी पार्टी अधिकारियों पर कोई विशेष स्पेसिफिक आरोप नहीं लगा पाई है। केवल वह वेग आरोप लगाकर लोगों को ध्यान बांटना चाहती है। चंडीगढ़ शहर के लोग बहुत समझदार है तथा आम आदमी की असलियत समझ चुके हैं कि इनको केवल विरोध करना आता है, विकास के कार्यों से भागते हैं ।
अरुण सूद ने कांग्रेस से भी किया सवाल
अरुण सूद ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी द्वारा लाया गया विकास का एक भी एजेंडा नगर निगम हाउस में नहीं रोका गया है। लेकिन आम आदमी पार्टी के पार्षद विकास के एजेंडे हाउस में लाना ही नहीं चाहते केवल आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करते हैं। अरुण सूद ने कांग्रेस से से भी सवाल किया कि इस मामले पर कांग्रेस अपना स्टैंड स्पष्ट करे। कांग्रेस बताए कि आम आदमी पार्टी की इस मंशा पर कांग्रेस का स्टैंड क्या है। क्या वह चंडीगढ़ प्रशासन में पंजाब सरकार की दखलंदाजी के पक्ष में है या इसका विरोध करती है।
'भाजपा का हमेशा एक ही रुख रहा है'
अरुण सूद ने एक बार फिर से स्पष्ट किया भारतीय जनता पार्टी का हमेशा एक ही स्टैंड रहा है कि चंडीगढ़ हमेशा के लिए चंडीगढ़ ही रहना चाहिए। इसको पंजाब या हरियाणा किसी के साथ नहीं मिलाया जाना चाहिए । चंडीगढ़ के लोग चंडीगढ़ को यूनियन टेरिटरी अथवा अलग इंडिपेंडेंट स्टेट् रखना चाहते है। इस दौरान अरुण सूद के साथ शहर की महापौर सरबजीत कौर ढिल्लों, वरिष्ठ उपमहापौर दिलीप शर्मा, उपमहापौर अनूप गुप्ता, प्रदेश प्रवक्ता कैलाश चन्द जैन सहित भाजपा के सभी पार्षद भी मौजूद रहे।
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