रतन टाटा का पलड़ा हुआ भारी, दो नए डायरेक्टर नियुक्त
बोर्ड में दो और लोगों को डायरेक्टर बना कर रतन टाटा अपना कंट्रोल मजबूत कर रहे हैं। टाटा ग्रुप के पावर स्ट्रक्चर को नई दिशा देने के लिए रतन टाटा ने एक मीटिंग भी की।
मुंबई। टाटा संस में मंगलवार को दो नए डायरेक्टर शामिल हो गए हैं। रतन टाटा ने टाटा ग्रुप की होल्डिंगग कंपनी टाटा संस में टीसीएस के सीईओ एन चंद्रशेखरन और जगुआर लैंड रोवर के सीईओ राल्फ स्पेथ को बोर्ड में डायरेक्टर बना दिया है।
बोर्ड में दो और लोगों को डायरेक्टर बना कर रतन टाटा अपना कंट्रोल मजबूत कर रहे हैं। टाटा ग्रुप के पावर स्ट्रक्चर को नई दिशा देने के लिए रतन टाटा ने एक मीटिंग भी की। यह मीटिंग टाटा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टरों और चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर्स के साथ की गई थी।
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रतन टाटा के अनुसार फिलहाल टाटा ग्रुप की कंपनियों के मौजूदा कार्यकलाप का मूल्यांकन किया जा रहा है और जो सही लगेंगे उन्हें जारी रखा जाएगा। सूत्रों की मानें तो टाटा पूरे ग्रुप में काम करने के तरीके में बदलाव भी कर सकते हैं।
रतन टाटा 29 लिस्टेड कंपनियों में उठाए गए अहम कदमों की समीक्षा करेंगे और जो सही लगेगा उसे जारी रखेंगे। अगर कोई बदलाव किया जाएगा तो इसके लिए रतन टाटा सभी 29 लिस्टेड कंपनियों के प्रमुखों से चर्चा करेंगे।
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सूत्रों के अनुसार टाटा ग्रुप जल्द ही ग्रुप एग्जिक्युटिव काउंसिल जैसी एक मैनेजमेंट टीम भी बना सकती है। आपको बता दें कि ग्रुप एग्जिक्युटिव काउंसिल (जीईसी) को मिस्त्री ने बनाया था, जिसे सोमवार दोपहर को भंग कर दिया गया।
जीईसी में सीएचआरओ हेड एन एस राजन, स्ट्रैटिजिस्ट निर्मल्या कुमार, बिजनस डिवेलपमेंट ऑफिसर मधु कन्नन, हरीश भट्ट और ब्रैंड कस्टोडियन मुकुंद राजन थे। इसमें मिस्त्री भी शामिल थे।
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