चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के लिए के लिए RBI का अनुमान, 3 से 3.1 फीसदी रह सकती है महंगाई दर
नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अप्रैल से सितंबर की छमाही महंगाई दर का अनुमान बढ़ाकर 3 से 3.1 प्रतिशत कर दिया है। वहीं, दूसरी छमाही के लिए महंगाई का अनुमान 3.4 से 3.7 फीसदी रहने का लक्ष्य रखा है। जबकि इससे पहले अप्रैल में महंगाई दर 2.9 से 3 प्रतिशत तक की रहने की उम्मीद जताई थी। बता दें कि आरबीआई ने आज कई बड़े फैसले लिये हैं। जिसमें ब्याज दरों को लेकर कई बदलाव हुए हैं। ब्याज दरें तय करते वक्त आरबीआई खुदरा महंगाई दर को ध्यान में रखता है।
रेपो रेट में लगातार तीसरी बार कटौती
बता दें कि आरबीआई ने लगातार तीसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों (0.25 फीसदी) की कटौती की है। इस कटौती के बाद रेपो रेट की दर 6.00 फीसदी से घट कर 5.75 फीसदी हो गई है। आज मौद्रिक नीति की समीक्षा के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने इस बात की घोषणा की। माना जाता है कि जैसे ही RBI रेपो रेट में कमी करता है, उसके बाद बैंक अपनी कर्ज की दर भी घटाते हैं, जिससे लोगों को होम और वाहन लोन सहित ज्यादातर लोन सस्ते में मिलने लगते हैं। इस तरह से कह सकते हैं कि आरबीआई का यह फैसला लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
|
RTGS और NEFT पर लगने वाला चार्ज खत्म
दूसरी ओर से भारतीय रिजर्व बैंक ने RTGS और NEFT के जरिए पैसा ट्रांसफर करने पर लगने वाले चार्ज को खत्म करने का फैसला किया है। आरबीआई ने कहा है कि बैंकों को यह फायदा अपने ग्राहकों को देना होगा। आरबीआई ने कहा कि इस बारे में बैंकों को एक हफ्ते में निर्देश जारी कर दिए जाएंगे। बता दें कि आरटीजीएस के जरिए 2 लाख रुपए या इससे ज्यादा की राशि ट्रांसफर की जा सकती है। इसकी सबसे खास बात यह होती है कि इसके जरिए पैसा तुरंत ट्रांसफर कर दिया जाता है। इसका उपयोग ज्यादातर बिजनेस लाइन में किया जाता है क्योंकि इसके जरिए बड़ी राशि का ट्रांसफर किया जाता है।
घटा जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
दूसरी रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष (2019-20) में जीडीपी ग्रोथ का अनुमान घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि अप्रैल में 7.2 प्रतिशत का अनुमान जारी किया गया था। इसके अलावा एटीएम के शुल्कों की जांच के लिए आरबीआई ने एक कमेटी बनाने का ऐलान किया है जिसकी अध्यक्षता इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के सीईओ करेंगे। यह कमेटी एटीएम ट्रांसजेक्शन पर लगने वाले शुक्लों और पूरी स्थिति की जांच करेगी और पहली बैठक होने के 2 महीने में रिपोर्ट पेश करेगी।
आरबीआई ने लोगों को दिया बड़ा तोहफा, ऑनलाइन पैसे भेजने पर नहीं देना होगा कोई चार्ज