OLA करेगी 500 कर्मचारियों की छुट्टी, सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स पर गिरेगी गाज
नई दिल्ली, 19 सितंबर। देश की अग्रणी ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी ओला बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने 500 कर्मचारियों को नोटिस थमा दिया है। यह नोटिस सॉफ्टवेयर टीम के कर्मचारियों को थमाई गई है। सूत्रों के अनुसार ऐप की सॉफ्टवेयर टीम के अलग-अलग वर्टिकल के 500 कर्मचारियों को कंपनी बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। ये कर्मचारी ऐप के अलग-अलग वर्टिकल के लिए काम कर रहे हैं। जिस तरह से ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री में गिरावट देखने को मिली है उसे देखते हुए कंपनी ने यह बड़ा फैसला लिया है।
पिछले
साल
लॉन्च
हुई
ओला
ईवी
बता
दें
कि
ओला
की
ओर
से
पिछले
साल
ही
दिसंबर
माह
में
इलेक्ट्रिक
स्कूटर
लॉन्च
का
ऐलान
किया
गया
था।
पिछले
कुछ
महीनों
से
कंपनी
को
नए
सिरे
से
गढ़ा
जा
रहा
है।
कंपनी
ने
इससे
पहले
2000
कर्मचारियों
को
बाहर
कर
दिया
था,
ये
लोग
ओला
कैब
सर्विस
से
जुड़े
बिजनेस
के
लिए
काम
करते
थे।
30
से
अधिक
वरिष्ठ
अधिकारियों
ने
पिछले
दो
साल
में
कंपनी
से
इस्तीफा
दिया
है।
इसमे
कई
ऐसे
लोग
भी
हैं
जोकि
कंपनी
के
फाउंडर
भाविश
अग्रवाल
की
लीडरशिप
टीम
के
साथ
काम
कर
रहे
थे।
5000
कर्मचारियों
का
लक्ष्य
सोमवार
को
कंपनी
की
ओर
से
जारी
एक
बयान
में
कहा
गया
है
कि
ओला
इलेक्ट्रिक
लगातार
अपने
नॉन
सॉफ्टवेयर
इंजीनियरिंग
डोमेन
पर
फोकस
कर
रही
है,
इसके
अंतर्गत
गाड़ी,
सेल,
बैटरी
के
निर्माण
आदि
पर
काम
किया
जा
रहा
है।
हालांकि
कंपनी
की
ओर
से
यह
नहीं
कहा
गया
है
कि
वह
कितने
कर्मचारियों
को
बाहर
करेगी,
लेकिन
कंपनी
की
ओर
से
जानकारी
दी
गई
है
उसके
पास
फिलहाल
2000
इंजीनियर
हैं
और
उसका
लक्ष्य
इसे
अगले
18
महीनों
में
5000
तक
पहुंचाने
का
है।
ओला
स्कूटर
में
लगी
थी
आग
ओला
के
प्रवक्ता
ने
इस
खबर
पर
कोई
प्रतिक्रिया
देने
से
इनकार
कर
दिया
है
कि
कंपनी
कितने
कर्मचारियों
को
बाहर
कर
सकती
है।
एक
बयान
में
कंपनी
ने
कहा
कि
ओला
इलेक्ट्रिक,
इंडिया
की
तेजी
से
बढ़ती
ईवी
कंपनी
है,
वह
अपना
फोकस
गैर-सॉफ्टवेयर
इंजीनियर्स
की
ओर
कर
रही
है।
मार्च
माह
में
ओला
के
एस-1
स्कूटर
में
आग
लग
गई
थी,
जिसके
बाद
इस
तरह
की
8
अलग-अलग
घटनाएं
भी
सामने
आई
थी।
जिसके
बाद
इसकी
जांच
के
लिए
उच्च
स्तरीय
कमेटी
का
गठन
किया
गया
था।