जानिए, आखिर क्यों चार्जर में लगा होता है ये सिलेंडर जैसा प्लास्टिक
नई दिल्ली। आज के समय में बहुत से लोग लैपटॉप का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन उसकी छोटी-छोटी बारीकियों पर ध्यान नहीं देते हैं। आपने अक्सर ध्यान दिया होगा कि आपके लैपटॉप के चार्जर के आखिरी छोर के पास में एक सिलेंडर जैसी प्लास्टिक की चीज लगी रहती है। अगर आपने ध्यान नहीं दिया तो अब दीजिएगा।
यूं तो अधिकतर लोगों को लगता है कि यह सिलेंडर जैसी चीज कंपनी ने यूं ही लगा दी है, लेकिन ऐसा नहीं है। इस सिलेंडर जैसी चीज को लगाने के पीछे कंपनी का खास मकसद होता है। आइए जानते हैं क्यों कंपनी लगाती है इसे-
क्या कहते हैं इसे
इस सिलेंडर जैसी दिखने वाली चीज को फेराइट बीड या फेराइट चोक या फेराइट सिलेंडर कहा जाता है। इतना ही नहीं, इसके कुछ और नाम भी हैं, जैसे- ब्लॉक्स, कोर्स, रिंग्स, ईएमआई फिल्टर्स या चोक्स।
किन-किन चीजों में होता है ये
यह मुख्य रूप से उन चीजों में होता है, जो कंप्यूटर टेक्नोलॉजी से जुड़े होते हैं। आपको बता दें कि यह लैपटॉप के चार्जर का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यह फेराइट बीड मॉनीटर, प्रिंटर, वीडियो कैमरा, एचडीएमआई केबल और ऐसी ही कुछ अन्य कंप्यूटर उपकरणों की केबल में लगा रहता है।
क्यों होता है ये
जिस सिलेंडर जैसे गोले को आप बेकार समझते हैं, वह एक इंडक्टर होता है। इसका मुख्य काम होता है किसी भी सर्किट में आने वाली फ्रिक्वेंसी न्वाइस को कम करना।
या फिर यह भी कह सकते हैं कि इसका काम फेराइट बीड हाई फ्रिक्वेंसी न्वाइस को कंप्रेस करना होता है। यह फेराइट सिलेंडर लैपटॉप को इलेक्ट्रोमैग्नेटिक न्वाइस से बचाने का काम करता है।
एंटेना का भी करता है काम
अगर कोई डिवाइस रेडियो फ्रीक्वेंसी पैदा करती है तो फिर यह केबल एक एंटीना की तरह काम करता है। दरअसल यह सिलेंडर जैसी चीज आपके उपकरण से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी को रोकता है और वहीं दूसरी ओर किसी भी उपकरण से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी को आपके उपकरण तक पहुंचने से रोकता है।
इसी की वजह से आस-पास के उपकरण से निकली रेडियो एक्टिव एनर्जी आपके उपकरण पर कोई असर नहीं डाल पाती है, वरना आपके कम्प्यूटर या लैपटॉप की स्क्रीन हिलने लगती।