Indian Railway: 500 रेगुलर ट्रेनें और 10000 स्टॉपेज बंद करने की तैयारी में रेलवे, तैयार हो रहा है नया टाइम टेबल
Indian Railway: 500 रेगुलर ट्रेनें और 10000 स्टेशन बंद करने की तैयारी में रेलवे, तैयार हो रहा है नया टाइम टेबल
नई दिल्ली। Indian Railways Post-Covid timetable. भारतीय रेलवे की रेगुलर यात्री ट्रेनें लॉकडाउन की घोषणा के बाद से बंद है। कोरोना संकट काल में लॉकडाउन के कारण रेलवे को भारी राजस्व का नुकसान हुआ है। पिछले 5 महीनों से रेलवे की यात्री ट्रेनें ठप्प पड़ी है। इस दौरान रेलवे सिर्फ स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर रहा है। इस बीच रेलवे ने पोस्ट कोविड टाइम टेबल( Post Covid Timetable) पर मंथन शुरु कर दिया है। कोरोना महामारी खत्म होने पर ट्रेनें ट्रेनों का संचालन कैसे किया जाएगा इसपर रेलवे विचार कर रही है। इसके लिए नया टाइम टेबल तैयार किया जा रहा है। खबरों की माने तो रेलवे पोस्ट कोविड के दौरान 500 ट्रेनों और 10000 रेलवे स्टॉपेज को बंद करने की तैयारी कर रहा है।
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पोस्ट कोविड में बंद होंगी 500 ट्रेनें
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक रेलवे पोस्ट कोविड टाइम टेबल में 500 ट्रेनों को बंद कर सकता है। कहा जा रहा है कि भारतीय रेलवे 500 से अधिक ट्रेनों को बंद करने की तैयारी कर रहा है। ट्रेनों के साथ-साथ 10 हजार रेलवे स्टॉपेज को भी बंद करने फैसला कर सकती है। जीरो बेस्ड टाइम टेबल (zero-based timetable) पर काम कर रही रेलवे ने इस दिशा में फैसला लेने की तैयारी कर ली है।
जानिए क्या जीरो बेस्ट टाइम टेबल
रेलवे जीरो बेस्ड टाइम टेबल (zero-based timetable) पर काम कर रहा है। इसके जरिए रेलवे 1500 करोड़ रुपए कमाई सालाना बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। बिना किराए में बढ़ोतरी किए ही रेलवे इस आमदनी को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। रेलवे नए टाइम टेबल में मालगाड़ियों की संख्या बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। नई समय सारिणी में हाई स्पीड वाले कॉरिडोर पर 15 प्रतिशत अधिक माल गाड़ियों को चलाने के लिए जगह बनाई जाएगी।
IIT बॉम्बे के एक्सपर्ट कर रहे हैं काम
रेलवे पोस्ट कोविड टाइमटेबल के लिए पैसेंजर ट्रेनों की औसत गति में लगभग 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सकता है। रेलवे के इस जीरो बोस्ड टाइमटेबल पर रेलवे के एक्सपर्ट्स के साथ-साथ आईआईटी-बॉम्बे के विशेषज्ञ काम कर रहे हैं। रेलवे उन ट्रेनों को बंद कर सकता है जिनकी एक साल में औसतन आधी खाली जाती हैं। वहीं जरूरत पड़ने पर ऐसी ट्रेनों को अन्य भीड़भाड़ वाली ट्रेनों के साथ मिलाया जा सकता है।
बंद हो सकते हैं 10 हजार रेलवे स्टॉपेज
ट्रेनों के साथ-साथ रेलवे 10 हजार रेलवे स्टॉपेज को बंद करने की तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि लंबी दूरी की ट्रेनें एक स्टेशन के बाद दूसरे स्टेशन के बीच 200 किमी के भीतर नहीं रुकेंगी, जब तक कि रास्ते में कोई बड़ा शहर न हो। यानी लंबी दूरी वाले सफर में रेलवे के दो स्टेशनों के बीच की दूसरी 200 किमी होगी, जब तक की बीच में कोई बड़ा शहर नहीं होगा।