2017-18 में HAL का टर्नओवर रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा
नई दिल्ली। तमाम चुनौतियों के बावजूद रक्षा क्षेत्र की सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के राजस्व और मुनाफे में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) आर. माधवन ने कहा, 'वित्त वर्ष 2017-18 में हमने 18,283.86 करोड़ रुपए का कारोबार किया। यह अब तक सर्वोच्च वार्षिक कारोबार है। वर्ष 2016-17 में 17,603.79 करोड़ रुपए का कारोबार हुआ था।' एचएएल ने शेयर बाज़ार में सूचीबद्ध होने के बाद पहली बार शुक्रवार को अपनी सालाना आम बैठक आयोजित की।
ये कंपनी की 55वीं वार्षिक बैठक थी. माधवन ने कहा कि 2017-18 में एचएएल का कर पूर्व लाभ 3,322.84 करोड़ रुपए रहा, जो कि इससे पिछले वर्ष 3,582.58 करोड़ रुपए था। वहीं 2017-18 में कंपनी का शुद्ध लाभ 2,070.41 करोड़ रुपए रहा। बेंगलुरू में अपनी 55वीं सालाना जनरल बॉडी मीटिंग में एचएएल ने जो ब्योरा जारी किया है उसके मुताबिक उसने बीते साल कुल मिलाकर 40 विमान तैयार किए हैं। इनमें सुखोई-30 एमकेआई, एलसीए तेजस और डोर्नियर-228 जैसे जहाजों के अलावा एएलएच ध्रुव और चीतल जैसे हेलिकॉप्टर शामिल हैं।
कंपनी ने 105 नये इंजन भी बनाए हैं। साथ ही उसने 220 एयरक्राफ्टों और हेलिकॉप्टरों के अलावा 550 इंजनों की मरम्मत का काम भी किया है। आपको बता दें कि पिछले दिनों एचएएल राफेल सौदे पर चल रहे विवाद के चलते भी सुर्खियों में रहा है।