क्या है 31 दिसंबर तक डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड बंद होने का वायरल सच
नई दिल्ली। अगर आप क्रेडिट या फिर डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए है। आगामी एक जनवरी से कई डेबिट और क्रेडिट कार्ड काम करना बंद कर देंगे। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने साल 2015 में सभी बैंकों को निर्देश जारी किया गया था कि वो जल्द से जल्द पुराने मैग्नैटिक स्ट्राइप कार्ड से छुटकारा पाएं। ऐसा इसलिए क्योंकि उन कार्ड्स पर सिक्योरिटी का खतरा ज्यादा होता है। आरबीआई ने गाइडलाइंस जारी करते हुए इन मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड को 31 दिसंबर, 2018 से पहले ईएमवी (EMV) कार्ड में बदलने के लिए कहा था। आरबीआई के इस फैसले को लागू होने में अब महज कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में अगर आप अभी भी मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड का इस्तेमाल कर रहे हैं तो 31 दिसंबर, 2018 तक इसे ईएमवी चीप कार्ड में बदलवा लें। आखिर ईएमवी कार्ड क्या है, कैसे पता करेंगे कि आपका कार्ड बदलने की जरुरत है और मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड को बदलवाने की क्या प्रक्रिया है? अगर आपके मन में भी इस तरह के सवाल उठ रहे हैं तो परेशान नहीं, इन सभी सवालों के जवाब बताते हैं आगे...
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कार्ड को लेकर क्या था RBI का नोटिफिकेशन
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अगस्त, 2015 को एक नोटिफिकेशन जारी किया था, जिसमें बैंकों को मैग्नेटिक स्ट्राइप कार्ड बदलने की प्रक्रिया के लिए तीन साल से अधिक का समय दिया था। आरबीआई ने नोटिफिकेशन में कहा था, "एक सितंबर, 2015 से बैंक की ओर से जितने भी नए कार्ड (डेबिट-क्रेडिट, डोमेस्टिक या फिर अंतरराष्ट्रीय) जारी किए जाएंगे, ये सभी ईएमवी चिप आधारित कार्ड होंगे।"
क्या होते हैं EMV कार्ड, जानिए इसकी खूबियां?
ईएमवी (EMV) कार्ड चिप आधारित स्मार्ट पेमेंट कार्ड्स होते हैं, जिनमें मैग्नेटिक स्ट्रिप्स की जगह इंटीग्रेटेड सर्किट में डेटा स्टोर होता है। इन्हें 'चिप एन पिन' कार्ड और आईसी कार्ड भी कहा जाता है। चिप आधारित डेबिट और क्रेडिट कार्ड सुरक्षा के लिहाज से खास माने जाते हैं। ईएमवी कार्ड में एक छोटा सा माइक्रोचिप होता है, जो खरीदारों को फर्जी ट्रांजेक्शन से सुरक्षा करता है। इस कार्ड से जितनी बार ट्रांजेक्शन करेंगे ये कार्ड उतनी बार आपका डायनेमिक डेटा बनाएंगे। कहा जा रहा है कि इस कार्ड का सबसे बड़ा फायदा यूजर्स को होगा जहां उनकी सिक्योरिटी को सबसे आगे रखा गया है।
कार्ड ईएमवी है या नहीं, यूं पता लगाएं?
आपका डेबिट या फिर क्रेडिट कार्ड ईएमवी चिप आधारित है या नहीं, ये पता लगाना आसान है। ईएमवी कार्ड में ऊपर की ओर एक चिप लगा होता है। ईएमवी चिप बेहद सुरक्षित है, इसका क्लोन बनाना बेहद मुश्किल है। यह कार्ड के खोने, चोरी होने जैसे फ्रॉड से बचाता है। अगर आपके कार्ड में ये चिप नहीं लगा है तो 31 दिसंबर, 2018 के पहले आपको अपना कार्ड बदलने की जरुरत है।
आरबीआई और बैंक भेज रहे ग्राहकों को इस तरह के मैसेज
अगर आपका कार्ड ईएमवी चिप आधारित नहीं है तो इसे बदलने के लिए आपको अपने बैंक में संपर्क करना होगा। आरबीआई ने इस संबंध में मैसेज भेजना शुरू किया है। वहीं बैंकों ने भी अपने ग्राहकों को कार्ड बदलने को लेकर संदेश (मैसेज) भेजे हैं। इसके लिए आप नेटबैंकिंग या फिर अपने बैंक की ब्रांच में भी जाकर इसे बदल सकते हैं।
बैंक ब्रांच में जाकर ऐसे बदलें कार्ड
अगर आप बैंक में जाकर अपना कार्ड बदलना चाहते हैं तो सबसे पहले बैंक की शाखा जाएं और वहां EMV कार्ड के लिए अपनी रिक्वेस्ट डाल दीजिए। बैंक अगले कुछ दिनों में आपके रजिस्टर्ड पते पर नया EMV कार्ड भेज देगा। 31 दिसंबर से पहले आप अपना कार्ड बदलवा लें, अगर ऐसा नहीं करते हैं तो 1 जनवरी से पुराने कार्ड इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
नेटबैंकिंग के जरिए यूं बदलें कार्ड
अगर आप भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ग्राहक हैं तो सबसे पहले अपना इंटरनेट बैंकिंग लॉग-इन करें। ई-सर्विसेज में जाकर ड्रॉप मेन्यू से एटीएम कार्ड सर्विसेज को सेलेक्ट करें। इसके बाद रिक्वेस्ट एटीएम/डेबिट कार्ड विकल्प चुनें। जैसे ही आप ये विकल्प क्लिक करेंगे, नया वेबपेज खुलेगा। अब सेविंग अकाउंट के विकल्प का चयन करें। इसके बाद सबमिट बटन पर क्लिक करें। इसी के साथ नए ईएमवी चिप कार्ड को लेकर आपका रिक्वेस्ट बैंक के पास पहुंच जाएगा। नया कार्ड जैसे ही आपके पास आ जाए तो सबसे पहले अपना पिन नंबर बदल लें।