बजट 2021: उद्योग सेक्टर को सरकार से है उम्मीद, बजट में मानक कटौती की बढ़ेगी सीमा
नई दिल्ली। Union Budget 2021 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश किया जाएगा। कोरोना महामारी की वजह से हर सेक्टर को इस बार बजट से खास उम्मीदें हैं। ऐसे में उद्योग जगत भी बजट 2021 से उम्मीदें लगाकर बैठा है। उद्योग सेक्टर के एक बड़े तबके को उम्मीद है कि इस बार बजट में वेतनभोगी व्यक्तियों के लिए मानक कटौती की सीमा को बढ़ा दिया जाएगा, जो कि इस वक्त 50 हजार रुपए है।
नए टैक्स लागू करने की बजाय अन्य विकल्पों पर हो विचार
KPMG के एक सर्वे के मुताबिक, उद्योग सेक्टर के एक बड़े तबके का मानना है कि सरकार आने वाले सालों में काफी बढ़े हुए खर्च का सामना करने की संभावना है। ऐसे में राजस्व की जरूरतों को पूरा करने के लिए नए कर (टैक्स) लागू करने की बजाय आर्थिक सुधार के साथ-साथ बेहतर प्रौद्योगिकी-संचालित प्रवर्तन की मदद से संग्रह बढ़ाने की आवश्यकता है। हालांकि, कुछ का इस बात की भी आशंका है कि इस बजट में एक नया और छोटा COVID-19 उपकर का ऐलान किया जा सकता है।
सर्वे में अलग-अलग सेक्टर के लोगों ने लिया हिस्सा
भारत के बजट 2021-22 के पहले केपीएमजी द्वारा आयोजित सर्वे में सभी क्षेत्रों के करीब 250 लोगों ने हिस्सा लिया। इनमें से अधिकतर लोगों का मानना है कि वेतनभोगी वर्ग को राहत देने के लिए सरकार को वेतन आय मानक कटौती की सीमा को बढ़ाना चाहिए। सर्वे में करीब 74% लोगों ने यही जवाब दिया कि इस सीमा को 50,000 की मौजूदा सीमा से मानक कटौती में वृद्धि पर विचार करना चाहिए।
57 फीसदी लोगों की है ये राय
इसके अलावा लगभग 57 फीसदी लोगों का मानना है कि वर्क फ्रॉम होम को ध्यान में रखते हुए वेतनभोगियों के लिए कर-मुक्त भत्ते/अनुलाभ भी बजट में दिए जा सकते हैं। वहीं, 39% ने संभावना जताई कि 2021-22 के बजट में कोविड -19 उपचार से संबंधित चिकित्सा खर्चों के लिए एक अलग कटौती की जा सकती है।