बिटकॉइन को बर्बाद करने की चीनी चाल हुई कमजोर, क्रिप्टो माइनर्स ने उठाया बड़ा कदम
नई दिल्ली, 30 जुलाई। बिटकॉइन ने शुक्रवार को 40,000 डॉलर से ऊपर कारोबार किया। दुनिया की सबसे बड़ी और लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी की कीमत पिछले सात दिनों में 23.20 फीसदी बढ़ी है और पिछले तीन दिनों से यह 40,000 डॉलर के आस-पास कारोबार कर रही है। इसके पहले बुधवार को बिटकॉइन ने 40,000 डॉलर से ऊपर चढ़ाई की थी। डिजिटल टोकन ने पिछले दो दिनों में स्थिर बना हुआ है।
कॉइनमार्केट कैप के इंडेक्स पर 30 जुलाई को सुबह 8 बजे बिटकॉइन 40,127 डॉलर पर कारोबार कर रही थी जो 24 घंटे में 0.51 प्रतिशत ज्यादा है।
क्रिप्टो मार्केट में सुधार के साथ ही वैश्विक क्रिप्टो मार्केट कैप में भी पिछले 24 घंटे में 2.34 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप गुरुवार के 1.54 ट्रिलियन के मुकाबले बढ़कर 1.58 ट्रिलियन डॉलर हो गया।
बिटकॉइन पिछले कुछ दिनों से 40,000 डॉलर के निशान की तरफ बढ़ती नजर आ रही थी। लगभग दो महीने के संघर्ष के बाद बिटकॉइन समर्थकों के लिए ये सप्ताह बढ़िया रहा है। बिटकॉइन की प्रतिद्वंद्वी ईथर ने भी एक महत्वपूर्ण बढ़त बनाई है। इसके साथ ही दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में भी सुधार नजर आ रहा है जो कि बाजार के लिए अच्छा संकेत है।
चीन
से
दूसरी
जगह
शिफ्ट
हो
रहे
क्रिप्टो
माइनर
क्रिप्टोकरेंसी
में
आई
तेजी
के
पीछे
क्रिप्टो
माइनर्स
का
वह
कदम
भी
है
जो
उन्होंने
चीन
की
सख्ती
के
बाद
उठाया
है।
दरअसल
क्रिप्टो
माइनिंग
से
जुड़े
लोग
अब
चीन
से
बाहर
निकलकर
दूसरी
जगहों
पर
शिफ्ट
हो
रहे
हैं।
मई
में
चीन
ने
क्रिप्टोकरेंसी
की
माइनिंग
और
ट्रेडिंग
को
लेकर
सख्त
प्रतिबंध
लगा
दिए
थे
जिसके
बाद
बिटकॉइन
समेत
कई
बड़ी
क्रिप्टोकरेंसी
की
माइनिंग
में
कमी
आई
थी।
Bitcoin से टेस्ला को जून तिमाही में 1.7 अरब का घाटा, कंपनी के पास कितनी है डिजिटल संपत्ति?
दुनिया भर की क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग का एक बड़ा हिस्सा चीन में होता था। इनर मंगोलिया और सिचुआन जैसे प्रांत इसके लिए बहुत मशहूर थे। इसकी वजह यहां पर मिलने वाली सस्ती बिजली थी लेकिन चीनी सख्ती के बाद क्रिप्टो माइनिंग को बड़ा झटका लगा था। हालांकि चीन ने इसके पीछे ऊर्जा खर्च को कम करने को प्रमुख बताया था लेकिन असल बात ये थी कि चीन अपनी वर्चुअल करेंसी निकालने की कोशिश कर रहा है। इसके लिए वह बिटकॉइन को तोड़ना चाहता है। चीन की सख्ती के बाद इसका असर भी दिखा था और तीन महीने में पहली बार बिटकॉइन की कीमत 40,000 डॉलर के नीचे पहुंची थी जो अब जाकर संभलती नजर आ रही है।
मस्क
के
एक
बयान
से
बिटकॉइन
में
तेजी
इसके
साथ
ही
इसी
सप्ताह
टेस्ला
सीईओ
एलन
मस्क
के
बयान
से
भी
बिटकॉइन
में
तेजी
आई।
मस्क
ने
कहा
था
कि
अगर
पर्यावरण
की
चिंताओं
के
प्रति
बिटकॉइन
थोड़ा
और
काम
करती
है
तो
कंपनी
एक
बार
फिर
से
बिटकॉइन
में
पेमेंट
शुरू
कर
सकती
है।
इसके
पहले
कंपनी
ने
अपनी
पहले
की
घोषणा
से
यू-टर्न
लेते
हुए
कारों
की
खरीद
के
बदले
बिटकॉइन
में
पेमेंट
को
स्थगित
कर
दिया
था।
द
बी
वर्ल्ड
नाम
के
एक
आयोजित
एक
बिटकॉइन
सम्मेलन
में
मस्क
ने
कहा
था
कि
मैं
इस
बात
की
पुष्टि
चाहता
था
कि
क्रिप्टो
मार्केट
में
अक्षय
ऊर्जा
का
प्रतिशत
50
प्रतिशत
होने
की
तरफ
एक
ट्रेंड
दिखाई
दे
और
अगर
ऐसा
होता
है
तो
टेस्ला
बिटकॉइन
को
स्वीकार
करना
फिर
से
शुरू
कर
सकती
है।