अपनी 51 ब्रांच बंद करने जा रहा यह सरकारी बैंक, जानिए क्या है वजह
नई दिल्ली। इन दिनों देश में सरकारी बैंकों को मर्ज करने का दौर चल रहा है। पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में छह बैंकों को मर्ज किया गया। उसके बैंद देना बैंक, विजया बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के मर्जर की घोषणा की गई। इसके बाद अब एक और सरकारी बैंक ने अपने 51 ब्रांचों को बंद करने की घोषणा की है। बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने बैंकिंग क्षेत्र में लागत कटौती के लिए अपनी 51 शाखाओं को बंद करने की घोषणा की है।
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बंद होंगे इस सरकारी बैंक की 51 शाखाएं
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने लागत कम करने के मकसद से अपने ब्रांचों को बंद करने का फैसला किया है। बैंक ने अपनी 51 शाखाओं को बंद करने का फैसला किया है।ये सारी शाखाएं शहरी क्षेत्रों में स्थित हैं। दरअसल इन 51 ब्रांचों में उन्हें शामिल किया गया है जो प्रॉफिट में नहीं चल रही है। बैंक अपनी इन 51 शाखाओं को बंद करके उनका विलय पास की शाखाओं में कर दिया गया है।
क्यों उठाना पड़ा ये कदम
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने शहरी क्षेत्र में स्थित उन बैंक शाखाओं को चयन किया है, जो लाभ देने के बजाए बैंक की लागत बढ़ा रहे थे। बैंक ने इन शाखाओं को बंद कर उसे पास की शाखाओं में विलय करने का फैसला किया है। सार्वजनिक क्षेत्र के किसी बैंक द्वारा महाराष्ट्र में उठाया गया यह पहला कदम है।
देशभर में 1900 शाखाएं
बैंक ऑफ महाराष्ट्र की देशभर भर में 1900 शाखाएं हैं। बैंक ने घोषणा की कि ग्राहकों की सुविधा के लिए इन शाखाओं का विलय कर दिया है। विलय के बाद 51 शाखाओं के आईएफएससी कोड और एमआईसीआर कोड रद्द कर दिए गए हैं। इतना ही नहीं ब्रांच के सभी बचत, चालू व अन्य खाते विलय की गईं शाखाओं में स्थानांतरित कर दिए गए हैं।
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