अडानी के 12.2 बिलियन डॉलर प्रोजेक्ट को लगी छिपकली की नजर
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया की एक फेडरल कोर्ट ने जब भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी के क्वींसलैंड में जारी एक कोल प्रोजेक्ट को कैंसिल कर दिया तो हर किसी ने इसकी वजह जाननी चाही। इसकी वजह कुछ और नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया में पाई जाने वाली एक खास प्रजाति की छिपकली है। याक्का स्किंक, इस प्रजाति की छिपकली की वजह से ही अडानी के इस प्रोजेक्ट को कैंसिल कर दिया गया है।
ग्रेट बैरियर रीफ एनवॉयरमेंटल एक्टिविस्ट की ओर से अदालत में एक केस दर्ज कर अडानी के इस प्रोजेक्ट के खिलाफ अपनी चिंताएं जाहिर की थी। उनका कहना था कि अडानी के इस 12.2 बिलियन वाले प्रोजेक्ट की वजह से याक्का स्किंक और सांप की उन प्रजातियों पर खतरा पैदा हो गया है जिनकी संख्या अब काफी कम है।
वहीं अडानी का कहना है कि कोर्ट का फैसला लालफीताशाही का उदाहरण है। ऑस्ट्रेलिया के एनवॉयरमेंट मिनिस्टर ग्रेग हंट ने अडानी के इस प्रोजेक्ट को पिछले वर्ष मंजूरह दी थी। लेकिन इस फैसले को यह कहते हुए रद्द कर दिया गया कि यह एक तकनीकी और प्रशासनिक मुद्दा है। कहा जा रहा है कि अडानी को मंजूरी देते समय हंट ने सही तरीकों का पालन नहीं किया था।
ऑस्ट्रेलिया के एनवॉयरमेंट डिपार्टमेंट के मुताबिक किसी भी नए प्रोजेक्ट के लिए छह से आठ हफ्तो का समय लग जाता है ताकि नई गाइडलाइंस तैयार की जा सकें। हालांकि अडानी खुद भी कोर्ट के फैसले से सहमत हैं।