गाजियाबाद पुलिस की 'ताबीज' थ्योरी को अब्दुल समद सैफी ने बताया गलत, जानिए क्या बोले बुलंदशहर में
गाजियाबाद पुलिस की 'ताबीज' थ्योरी को अब्दुल समद सैफी ने बताया गलत, जानिए क्या बोले बुलंदशहर में
बुलंदशहर, जून 17: गाजियाबाद के लोनी में बुजुर्ग व्यक्त के साथ मारपीट और अभद्रता का वीडियो वायरल होने के बाद एक तरफ सियासत गरमा गई है। तो वहीं, दूसरी तरफ ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी, स्वरा भास्कर, राहुल गांधी और सांसद असदुद्दीन ओवैसी समेत कई लोगों के खिलाफ दिल्ली, गाजियाबाद में शिकायत दर्ज हुई। इस बीच, पीड़ित समद सैफी का एक और बयान सामने आया है, जिसमें वह नारेबाजी, जान से मारने की धमकी, मारपीट और पेशाब पीने तक की बात कह रहे हैं।
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लड़खड़ाती आवाज में अब्दुल समद सैफी ने बुधवार 16 जून को यह बात अनूपशहर स्थित अपने घर पर मीडिया से बातचीत करते हुए कही। अब्दुल समद सैफी ने बताया कि आरोपियों ने उन पर तमंचा ताना और लगातार मारते रहे। इस दौरान आरोपियों ने जय श्रीराम के नारे भी मुझसे बुलवाए। साथ ही प्यास लगने पर जब मैंने उनसे पानी मांगा तो आरोपियों ने पेशाब पिलाने की बात कही। इतना ही नहीं, अब्दुल समद सैफी ने आरोपियों और पुलिस द्वारा तावीज और तंत्र मंत्र करने के आरोप लगाने वाले प्रकरण की बात को सिरे से नकारा।
कहा कि हम लोग बढ़ई लोहार का काम करते हैं। ताबीज और तंत्र मंत्र से हमारा कोई लेना देना नहीं है। इस दौरान उनके पुत्र ने भी उक्त आरोपों को बेबुनियाद बताया। साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री व प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। सूफी अब्दुल समद ने बताया कि वह आरोपियों को पहले से नहीं जानते हैं। यह पुलिस झूठा इलजाम लगा रही है। साथ उन्होंने बताया कि पिटाई करने वालों में कोई मुसलमान भी नहीं था, कोई गुजर और अन्य लड़के थे।
पुलिस
की
जांच
में
सामने
आई
ये
बात
वहीं,
गाजियाबाद
पुलिस
ने
इस
घटना
के
बार
में
जानकारी
देते
हुए
अपने
ट्विटर
हैंडल
से
ट्वीट
करते
हुए
कहा
कि
पीड़ित
अब्दुल
समद
5
जून
को
बुलंदशहर
से
बेहटा,
लोनी
बॉर्डर
आया
था।
जहां
से
एक
दूसरे
शख्स
के
साथ
अहम
मुल्ज़िम
परवेश
गुज्जर
के
घर
बंथला,
लोनी
गया
था।
पुलिस
ने
आगे
बताया
कि
परवेश
के
घर
पर
कुछ
वक्त
में
बाकी
लड़के
कल्लू,
पोली,
आरिफ,
आदिल
और
मुशाहिद
वगैरह
आ
गए
और
परवेश
के
साथ
मिलकर
बुजुर्ग
से
मारपीट
शुरू
कर
दी।
'फर्जी
तावीज'
देने
की
वजह
से
हुई
थी
मुस्लिम
बुजुर्ग
की
पिटाई
पुलिस
के
मुताबिक,
अब्दुल
समद
तावीज
बनाने
का
काम
करता
है,
उसके
दिए
गए
तावीज
से
उनके
परिवार
पर
उल्टा
असर
हुआ।
इस
वजह
से
उन्होंने
यह
कृत्य
किया।
पुलिस
के
मुताबिक
अब्दुल
समद
और
प्रवेश,
आदिल,
कल्लू
वगैरह
लड़के
एक
दूसरे
को
पहले
से
ही
जानते
थे
क्योंकि
अब्दुल
समद
के
ज़रिए
गांव
में
कई
लोगों
को
तावीज
दिए
गए
थे।