पहली बार सामने आए दुनिया की सबसे खौफनाक जेल के राज, लाशों से जाम हो जाती है सीवर लाइन
नई दिल्ली, 22 फरवरी: दुनियाभर में मौजूद कई खतरनाक जेलों के बारे में आपने बेशक सुना होगा कि वहां कैदियों के साथ बहुत ही बुरा बर्ताव किया जाता है। इन जेलों में आए दिन खूनी संघर्ष होते हैं। हम आज आपको एक ऐसी ही जेल के बारे में बताने वाले हैं। जिसके अंदर होने वाली दरिंदगी सुनकर आप दहल उठेंगे। इस जेल का नाम बोगोटा डिस्ट्रिक्ट जेल है। जो दक्षिणी अमेरिकी देश कोलंबिया में स्थित है। इस जेल को लेकर कई काले राज पहली बार दुनिया के सामने आए हैं।
डर की वजह से पुलिस भी नहीं जाती अंदर
हिटमैन, हत्यारों, नशीली दवाओं के तस्करों और बलात्कारियों से भरी कोलंबिया की इस जेल को 'दुनिया की सबसे कठिन जेल' के रूप में जाना जाता है। बोगोटा में स्थिति इस जेल में लगभग 11,000 कैदी रहते हैं। पुलिसकर्मियों ने अपराधियों को जेल में अपना कानून बनाने की आजादी दे दी है। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक यहां पर कैदियों को कैदी ही नियंत्रित करते हैं। 6 विंग में इस पूरे जेल को बांटा गया है। इस जेल में मौजूद कैदियों को पूरे दिन केवल एक आंगन में जाने की अनुमति दी जाती है। जहां लड़ाईयां और हमले जैसी घटनाएं आम हैं।
पुलिस अपने साथ कैदियों के पास हथियार लेकर भी नहीं जाती है
यही नहीं पुलिस अपने साथ कैदियों के पास हथियार लेकर भी नहीं जाती है। इस जेल के काले राज को हाल ही में नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुए डॉक्यूमेंट्री में दिखा गया है। नेटफ्लिक्स पर 'इंसाइड वर्ल्ड टफेस्ट प्रिजन' नाम की एक सीरीज आने के बाद इसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस सीरीज में जेल के अंदर मौजूद सिस्टम के कुछ अधिक गुप्त रहस्यों की जानकारी सामने आई है।
कैदियों का जेल में राज चलता है
इस सीरीज को होस्ट कर रहे राफेल रोवे जेल में प्रवेश करते ही चकित रह गए क्योंकि उनके साथियों को कैमरों के सामने ही धमकी दी गई थीं। कैदी ने धमकी दी कि अगर उसने उसे अपने बिस्तर के लिए 200 पेसो का भुगतान नहीं किया, तो उसे चाकुओं से काट डाला जाएगा। गार्ड्स कैदियों से बिल्कुल कम संपर्क करते हैं। जेल प्रशासन के कम संपर्क के कारण ही कैदियों का जेल में राज चलता है। उन्हें पुलिस से किसी भी चीज का डर नहीं है।
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लाशों से जाम हो जाती है सीवर लाइन
सीरीज में बताया गया है कि, 2016 में 100 से अधिक कैदियों और लापता विजिटर्स की लाश के हिस्से ड्रेन पाइप में फंसे मिले थे जिससे सीवर जाम हो गया था। साल 2020 में कैदियों ने कोरोना वायरस के खिलाफ हिंसा फैलाना शुरू कर दिया था। जिसके चलते जेल के अंदर काफी हिंसा फैल गई थी। तनाव बढ़ने पर कैदियों ने जेल को जलाने के प्रयास में अपने गद्दों में आग लगा दी थी। जिसके बाद गार्ड्स को कार्रवाई करने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस हिंसा में 23 कैदी मारे गए थे।