आखिर क्या मतलब होता है शराब की बोतल पर लिखे साल का? जानें एज स्टेटमेंट के बारे में...
अकसर आपने शराब की बोतलों पर साल लिखा देखा होगा। एज्ड व्हिस्की के बारे में तो सभी ने सुना है लेकिन बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि इसे तैयार कैसे किया जाता है? चलिये जानते हैं।
Year Written on a wine bottle mean: कहते हैं शराब जितनी पुरानी होती है उतनी ही बढ़िया। बॉलीवुड फिल्मों से लेकर बड़े-बड़े जानकार लोगों से मुंह से ये बात आप सुनते आए होंगे। लोगों ने भी सुनते-सुनते ये बात अपने दिमाग में बैठा ली है। बाजार में ये पुरानी दारू बिकती भी महंगी है। पुरानी शराब को ना केवल बेहतर माना जाता है, बल्कि ये बिकती भी महंगी ही है। शराब की बोतलों पर बने तारीख के लेबल उनके पुराने होने का सबूत देते हैं। लेकिन शराब का पुरानी होने से इसके बेहतर होने का क्या संबंध? क्या ये बात आपने कभी सोची है? आखिर क्यों ये एज स्टेटमेंट वाली शराब इतनी महंगी बिकती है? चलिये खोजते हैं ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब...
क्या
एक्सपायर
होती
है
शराब?
सबसे
पहले
ये
जानते
हैं
कि
क्या
शराब
की
एक्सपायरी
डेट
होती
है?
क्या
ये
खराब
होती
है?
दरअसल,
शराब
की
एक्सपायरी
इसकी
किस्म
पर
निर्भर
करती
है।
इसका
मतलब
ये
कि
कुछ
शराब
तो
ऐसी
होती
हैं
जो
एक्सपायर
हो
जाती
हैं,
लेकिन
कुछ
शराब
एक्सपायर
होने
की
बजाय
समय
के
साथ
बढ़िया
होती
जाती
हैं।
कॉकटेल्स
इंडिया
यूट्यूब
चैनल
के
संस्थापक
संजय
घोष
उर्फ
दादा
बारटेंडर
बताते
हैं
कि
स्प्रिट
कैटेगरी
की
शराब
जैसे-
जिन,
वोडका,
व्हिस्की,
टकीला
और
रम
एक्सपायर
नहीं
होतीं।
इन्हें
आप
सालों
तक
स्टोर
करके
रख
सकते
हैं।
क्या
होती
है
एज्ड
व्हिस्की?
चलिये
अब
बात
करते
हैं
एज्ड
व्हिस्की
की।
जी
हां!
वही
व्हिस्की
जिनकी
बोतलों
पर
साल
लिखा
होता
है।
10
साल,
15
साल
या
फिर
20
साल।
इसका
मतलब
ये
होता
है
कि
व्हिस्की
की
बोतल
उतनी
पुरानी
है,
जितने
कि
इसके
ऊपर
साल
लिखे
होते
हैं।
लेकिन
कन्फ्यूज
मत
होइएगा।
इसका
ये
मतलब
बिल्कुल
भी
नहीं
है
कि
आप
अपने
घर
में
किसी
शराब
की
बोतल
को
सालों
तक
रखें
तो
ये
एज्ड
व्हिस्की
कहलाएगी।
कैसे
तैयार
होती
है
एज्ड
व्हिस्की?
दरअसल,
कोई
भी
व्हिस्की
एज्ड
व्हिस्की
तभी
कहलाती
है
जब
उसे
सालों
तक
किसी
वुडेन
बैरल
में
रखकर
मेच्योर
किया
जाए।
बाजार
में
भी
एज्ड
व्हिस्की
बहुत
महंगी
बिकती
है।
चलिये
इसका
कारण
भी
आपको
बताते
हैं।
दरअसल
मार्केट
में
इस
तरह
की
शराब
की
सप्लाई
बहुत
कम
होती
है।
इसे
महंगा
बेचा
जाने
का
कारण
भी
यही
है।
बाकी
इस
तरह
की
शराब
को
लेकर
लोगों
की
अपनी-अपनी
पसंद
होती
है।
आखिर
क्या
होती
है
एजिंग?
बताते
चलें
कि
जिन
लकड़ियों
के
पीपे
में
व्हिस्की
को
स्टोर
करके
रखा
जाता
है,
वो
इसकी
क्वालिटी
को
बढ़ाने
में
मदद
करते
हैं।
एजिंग
की
जो
प्रक्रिया
होती
है,
इसके
दौरान
इनका
फ्लेवर
व्हिस्की
में
घुलने
लगता
है।
इस
प्रक्रिया
के
दौरान
लड़की
के
रेशों
के
अंदर
कुछ
रासायनिक
प्रक्रियाएं
होती
हैं,
जिससे
वुड
शुगर
और
कई
तरह
के
कैमिकल्स
उत्पन्न
होते
हैं
और
व्हिस्की
में
घुलते
जाते
हैं।
इस
तरह
व्हिस्की
के
रंग
के
साथ-साथ
इसका
स्वाद
भी
बदल
जाता
है।
भारत
में
क्या
है
हाल?
इंडिया
में
एज्ड
व्हिस्की
की
बात
करें,
तो
यहां
शराब
के
ब्रांड्स
के
लिए
बरसों
तक
स्टोर
करके
रखना
और
फिर
इसे
तैयार
करना
इतना
भी
आसान
नहीं
है।
इसके
साथ
ही
इसे
बाजार
में
भेजने
की
प्रक्रिया
भी
काफी
लंबी
होती
है।
वहीं
एक्सपर्ट्स
का
भी
मानना
है
कि
भारत
की
आबोहवा
ही
कुछ
ऐसी
है
कि
यहां
व्हिस्की
को
मेच्योर
होने
में
इतना
लंबा
वक्त
नहीं
लगता।
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