संभाल के रखिये बेकार टॉयलेट पेपर, बिजली बनाने में आएगा काम
नई दिल्ली।दुनिया में बिजली की आपूर्ति के लिए तरह-तरह के आविष्कार किए जा रहे हैं। अब वैज्ञानिकों ने ऐसा तरीका खोज निकाला है जिससे बेकार टॉयलेट पेपर से बिजली उत्पन्न की जा सकती है। ये आविष्कार इस क्षेत्र में एक बड़ कदम माना जा रहा है क्योंकि लगभग हर घर में टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल होता है।
ये तरीका ढूंढा है नीदरलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ एम्सटरडैम के शोधकर्ताओं ने। यूरोप में एक आदमी औसतन 10 से 15 किलो तक टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल हर साल करता है। ये पेपर कार्बन का एक बड़ा स्त्रोत होते हैं क्योंकि इनमें 70-80 प्रतिशत तक सेलुलोज होता है। इस्तेमाल किए हुए पेपर में सेलुलोज पेड़ों से आता है, इसलिए बनने वाली बिजली रेन्यूवेबल है। ये दुनिया में रीसाइक्लिंग का एक बेहतर कॉन्सेप्ट बन कर उभरेगा। इसके अलावा ये बिजनेस का भी एक शानदार कॉन्सेप्ट हो सकता है। अब लोग पेपर फेंकने की बजाय उन्हें बेचा करेंगे और इससे वो अच्छी कमाई कर सकते हैं।
सौर और पवन ऊर्जा से उत्पन्न होने वाली बिजली दिन और मौसम के समय के हिसाब सेबदलती रहती है। वहीं टॉयलेट पेपर से बनाई गई बिजली एक लगातार उपलब्ध संसाधन है। इसके लिए शोधकर्ताओं ने दो चरणों तैयार किए हैं जिसमें इस्तेमाल किए हुए टॉयलेट पेपर को उपयोगी बनाकर बिजली बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सके। इस प्रक्रिया में सौर ऊर्जा के लिए पैनल लगाने जितना ही खर्चा आएगा।