रहस्यमयी गांव, यहां जो एक बार सोता है वो सोता ही रह जाता है
इस गांव में महीनों तक सोते रहते हैं लोग, अनोखी बीमारी से हैं गांववाले पीड़ित।
नई दिल्ली। आपसे कोई पूछे कि आप कितना सोते हैं तो आप कहेंगे 6 से 8 घंटे। कोई 10 घंटे तक भी सो सकता है, लेकिन इससे अधिक सोना इंसान के लिए सही नहीं है, लेकिन आपको आज जिस गांव के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं वहां के लोग महीनों तक सोते ही रह जाते हैं। इस गांव में ज एक बार सोता है वो सोता ही रह जाता है। जी हां यहां के लोग सिर्फ सोते ही रहते हैं। कजाकस्तान में एक ऐसा गांव हैं, जहां के लोग हमेशा सोते ही रहते हैं। आइए जानें इस गांव के बारे में...
इस गांव में सिर्फ सोते रहते हैं लोग
उत्तरी कजाकस्तान के कलाची गांव में पिछले 4 साल से एक अजीब सी घटना होती आ रही है। जहां के लोग नींद के गंभीर समस्या से ग्रसित हो गए हैं। गांव के लोग कभी भी कहीं भी किसी भी वक्त सो जाते हैं। फिर घंटों-घंटों तक सोते रहते हैं।
नींद की रहस्यमयी बीमारी
इस
गांव
में
नींद
की
एक
रहस्यमयी
बीमारी
से
लोग
पीड़ित
हो
गए
हैं,
जिसमें
लोग
कभी
भी
सो
जाते
हैं।
कोई
भी
काम
करते
हुए
उन्हें
अचानक
नींच
आती
है
और
वो
सो
जाते
हैं।
गांव
में
कभी
भी
कोई
भी
कुछ
भी
करते
हुए
सो
जाता
है।
महीनों तक सोते रहते हैं लोग
इस गांव के लोग घंटों तक नहीं बल्कि महीनों तक सोते रह जाते हैं। इस रहस्यमयी नींद की बीमारी के चलते इस गांव को sleepy hallow कहा जाता है। साल 2010 में इस बीमारी ने पूरे गांव को घेर लिया, जिसके बाद से गांववाले इस गंभीर समस्या से जूझ रहे हैं।
अभी तक नहीं हो सका इलाज
इस गांव में 600 लोगों की आबादी है, जिसमें से 14 प्रतिशत लोग इस अज्ञात बीमारी की चपेट में हैं। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति कभी भी सो जाता है। सबसे रोचक बात तो ये हैं कि कभी-कभी ये नींद तो घंटों की होती है, लेकिन कभी कभी ये महीनों तक चलती रहती है।
नहीं पता चल सका कारण
इस
गांव
में
अचानक
ये
बीमारी
कैसे
पहुंची
ये
किसी
को
पता
नहीं
चल
सका
है।
अब
तक
डॉक्टर
सिर्फ
इतना
पता
कर
सके
हैं
कि
दिमाग
में
तरल
मात्रा
के
बढ़ने
से
ऐसी
समस्या
उत्पन्न
होती
है,
लेकिन
ये
तरल
प्रदार्थ
कैसे
एक
समान्य
इंसान
के
दिमाग
में
बढ़
गई
ये
अब
तक
पता
नहीं
चल
सका
है।
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