दुनिया का वो खास 'आम', जिसके लिए लोग खर्च कर देतें हैं 2 लाख 70 हजार, 3 गार्ड और 6 कुत्ते करते हैं रखवाली
नई दिल्ली, 04 जुलाई। साइंस के युग में असंभव नाम के शब्द का अस्तित्व खत्म हो गया है। यहां अब कई उदाहरण हमारे सामने ऐसे हैं जिन पर कभी यकीन करना भी मुश्किल था। एक आम की कीमत अगर 21 हजार रुपए कही जाए तो किसी को यकीन नहीं होगा। लेकिन अब इस खास प्रजाति का आम हमारे बीच मौजूद है। जिसकी कीमत 2 लाख 70 हजार रुपए के करीब है।
एक आम की कीमत 21 हजार रुपए। अगर आप पूरे किलो लेते हैं तो इसके लिए दो लाख 70 हजार रुपये चुकाने पड़ते हैं। यह सुनने में किसी आश्चर्य से कम नहीं है। क्योंकि आम के दाम जहां बड़ी मुश्किल से सौ रुपए भी पार नहीं होते वहां हजार नहीं लाख की कीमत में बिक रहा है। वो भी 2 लाख 70 हजार रुपए किलो। लेकिन ये सच है। भारत में कई जगहों पर इस आम की बागवानी प्रयोग के तौर पर की जा रही है। बिहार के पूर्णिया में पूर्व विधायक कामरेड अजीत सरकार के बाद मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक किसान परिहार ने दो आम के पेड़ इस खास प्रजाति के लगाए हैं, जिसकी रखवाली के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इस आम का खास किस्म के आम के रूबी रंग के होते हैं। ये जापानी नस्ल का आम है। जिसका नाम मियाजाकी है। इसे दुनिया का सबसे महंगे आम की किस्म माना जाता है। मियाजाकी किस्म के एक किलो आम की कीमत 2.7 लाख रुपये है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक किसान परिहार ने आम की इस प्रजाति के दो पेड़ लगाए हैं। जिनमें फल आने के बाद सुरक्षा के लिए तीन गार्ड और 6 कुत्ते तैनात किए गए हैं।
पूर्व सीएम ठाकरे के लिए कैमरे पर उमड़ा प्यार नहीं टिक सका, शिवसेना विधायक ने वक्त पर बदल लिया पाला
मियाजाकी आम के फल को अक्सर 'एग्स ऑफ सनशाइन' (जापानी में ताइयो-नो-तमागो) के रूप में जाना जाता है। न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार जबलपुर किसान को ट्रेन यात्रा के दौरान एक व्यक्ति से मियाजाकी का पौधा मिला था। किसान दंपति को इस बात का अंदाजा नहीं था कि पौधे में रूबी कलर के आम के फल लगेंगे। मियाजाकी कि जपान के जिस शहर में सबसे पहले खोज की गई उसी के नाम पर इसका नाम रखा रखा गया। मियाजाकी का एक आम औसतन 350 ग्राम वजन होता है। इसमें अप्रैल और अगस्त के महीने में फल लगते हैं।