Hot Pics @ 45°C: जब बेहाल हुए जानवर
नई दिल्ली। दिल्ली से लेकर लखनऊ, भोपाल, पटना, रायपुर-रांची तक भले ही तेज हवाएं चल रही हैं, लेकिन गर्मी का हाल लगभग वही है... 45 डिग्री सेल्सियस।
ऐसे में केवल इंसान ही नहीं, जानवरों का भी जीना दूभर है। घने जंगलों में जहां तालाब सूख गये हैं, वहां के जानवरों के लिये सरकार विशेष व्यवस्था कर रही है। वहीं शहरों में आवारा घूमते जानवरों का सहारा नगर निगम के नल और छोटे-मोटे जलाशय ही हैं।
खैर गर्मी में ये जानवर कैसा बिहेव करते हैं, वो हम आपको बताने जा रहे हैं, तस्वीरों के माध्यम से। बहुत कुछ मिस करेंगे अगर नहीं पढ़ा तस्वीरों के साथ लिखीं लाइनें।
स्लाइडर में देखें तस्वीरें
तस्वीरों के साथ उसके साथ लिखे टेक्स्ट में लें मौसम का मजा।
बिल्ली बोली- टर्न ऑन दि बैटर टैप
टोटी बनाने वाली फेमस कंपनी जैगुवार की टैग लाइन है यह।
|
ये बेचारा गर्मी के बोझ का मारा...
ये बेचारा गर्मी के बोझ का मारा, इसे चाहिये बिसलेरी, नहीं तो चढ़ जायेगा पारा।
सड़क का नल बना सहारा
इस गाय के लिये सड़क किनारे लगा यह नल ही सहारा है।
जा सिमरन जा जी ले अपनी जिंदगी
असम के हाथी को जब पानी दिखा तो अपनी बेटी (सिमरन) से कहा, जा जी ले अपनी जिंदगी।
अरे ठंडे-ठंडे पानी से नहाना चाहिये
अरे ठंडे-ठंडे पानी से नहाना चाहिये, गाना आये या न आये, गाना चाहिये।
मैं हूं डॉन
मैं हूं डॉन, मैं हूं मैं हूं, मैं हूं डॉन।
कम पड़ गया पानी
नागपुर के इस बाघ के लिये गर्मी में पानी कम पड़ गया।
—
Dhruv
Barot
(@dhruvbarot60)
June
13,
2015 |
तलइया में नहाकर और भी... नमकीन हो गये
बंदर गा रहा है तलइया में नहाकर और भी... नमकीन हो गय।
तेरी महरबानियां, तेरी कदरदानियां
मालिक की मेहरबानी है, जो घोड़े को नहाने का मौका दे रहा है... तेरी महरबानियां, तेरी कदरदानियां।
गर्मी ने राजा को बनाया रंक
इस भीषण गर्मी ने जंगल के राजा को भी रंक बना दिया।
शुक्रिया इंसानों का
शुक्रिया इंसानों का जिन्होंने मेरे लिये पीने के पानी का इंतजाम किया।
मैं पानी-पानी चिल्लाउंगा, टोटी खोल के
मन ही मन गुनगुना रहा यह तोता- मैं पानी-पानी चिल्लाउंगा, टोटी खोल के।
—
Dhruv
Barot
(@dhruvbarot60)
June
13,
2015 |
आज दिल है पानी-पानी...
जब यह बंदर पानी के अंदर पहुंचा तो हनी सिंह के गीत गुनगुनाने लगा।
—
Dhruv
Barot
(@dhruvbarot60)
June
13,
2015 |
आज दिल है पानी-पानी...
जब यह बंदर पानी के अंदर पहुंचा तो हनी सिंह के गीत गुनगुनाने लगा।
कृपया यहां कुल्ला न करें
बंदर हैं जो पानी पी रहे हैं, इंसान होते तो कुल्ला-मंजन शुरू हो जाता।
पी ले पीले, ओ मोरे राजा
पी ले पीले, ओ मोरे राजा, पीले पीले ओ मोरे जानी।
अच्छा जी मैं हारी, चलो मान जाओ न
अच्छा जी मैं हारी, चलो मान जाओ न... अब तो पानी पीलो मेरा दिल जलाओ न।
टेस्ट दि थंडर
कोका कोला पीते ही बंदर झूम उठा, बोला टेस्ट दि थंडर।
आज दिल है पानी-पानी...
जब यह बंदर पानी के अंदर पहुंचा तो हनी सिंह के गीत गुनगुनाने लगा।
पड़े रहो मुन्ना भाई
गर्मी में इन हाथियों के लिये- पड़े रहो मुन्ना भाई।
ले लो भईया डबल मजा
पानी के साथ अगर लॉली पॉप मिल जाये तो आयेगा डबल मजा।