
अस्पताल में भर्ती महिला को मशीन की आवाज कर रही थी परेशान, गुस्से में आकर साथ वाली मरीज का बंद किया वेंटिलेटर

अक्सर लोगों को शोरगुल पंसद नहीं आता है। क्योंकि इससे वे डिस्टर्ब होते हैं। कई बार शोरगुल की वजह से लोगों की पड़ोस के लोगों से लड़ाई भी हो जाती है। लेकिन जर्मनी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। दरअसल, यहां पर एक महिला ने अपने रूममेट मरीज की शोर की वजह से वेंटिलेटर को बंद कर दिया था। इस जुर्म में महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है।
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दो बार बंद किया वेंटिलेटर
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जर्मनी में एक महिला को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था। महिला पर आरोप है कि उसने अस्पताल में भर्ती रूममेट के वेंटिलेटर को दो बार बंद कर दिया था। क्योंकि वह इसकी आवाज से परेशान थी। जबकि महिला को अस्पताल के कर्मचारियों की तरफ से पहले ही बताया गया था कि 79 वर्षीय मरीज के लिए लाइफ सपोर्ट कितना जरूरी है।

घटना के संबंध में पुलिस ने रिलीज जारी करके दी जानकारी
इस घटना के संबंध में मैनहेम लोक अभियोजक कार्यालय और मैनहेम पुलिस की तरफ से एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति भी जारी की गई है। इस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वेंटिलेटर को बंद करने वाली 72 वर्षीय महिला भी उसी रूम में भर्ती थी, जिस रूम में 79 वर्षीय महिला को वेंटिलेटर पर रखा गया था। रिलीज में कहा गया है कि महिला ने पहली बार शाम 8 बजे वेंटिलेटर को बंद किया था। हालांकि, इस दौरान अस्पताल के कर्मचारी आ गए थे और उन्होंने इसे चालू कर दिया था।

अस्पताल स्टाफ के समझाने के बावजूद बंद किया वेंटिलेटर
जब अस्पताल के स्टाफ रूम से हटे तो महिला ने फिर रात 9 बजे के आस पर वेंटिलेटर को बंद कर दिया था। जबकि महिला को बताया था कि मरीज के लिए वेंटिलेटर सपोर्ट बहुत जरूरी है।

कोर्ट में भेजने के बाद महिला को भेजा गया जेल
इस मामले को लेकर मैनहेम सरकारी वकील के कार्यालय ने आरोपी के खिलाफ जिला अदालत में गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया। जहां उसे बुधवार को पेश किया गया। मामले में सुनवाई के दौरान पीठासीन न्यायाधीश ने गिरफ्तारी वारंट पर हस्ताक्षर किए और 72 वर्षीय महिला को हत्या के प्रयास के जुर्म में जेल भेज दिया।