4 महीने से फूड पाइप में फंसा था महिला का नकली दांत, जानें कैसे बची जान
45 साल की भोली के नकली दांत उसके फूड पाइप में फंस गए थे। जिसकी वजह से वो न तो खा पा रही थी और न ही कुछ पी पा रही थी।
नई दिल्ली। पंजाब की रहने वाली एक महिला के लिए उसके नकली दांत मुसिबत की वजह बन गई। अमृतसर की रहने वाली 45 साल की भोली के नकली दांत उसके फूड पाइप में फंस गए थे। जिसकी वजह से वो न तो खा पा रही थी और न ही कुछ पी पा रही थी। पैसे थे नहीं कि ऑपरेशन कर उसे निकला ले, लेकिन कुछ डॉक्टर उसके लिए मसीहा बनकर आए और उसकी जान बचा ली।
फूड पाइप में फंसा नकली दांत
भोली के पति की मौत हो चुकी है। दो बच्चे है। घर की आर्थिक स्थिति भी अच्छी नहीं है। ऐसे में वो अचानक बीमार पड़ गई। बड़ी बेटी ने कई डॉक्टरों से उसे दिखवाया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। उसके बाद वो चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में पहुंची, जहां डॉक्टरों ने जब उसकी हालत देखी तो हैरान रह गए।
इलाज के लिए नहीं थे पैसे
डॉक्टरों ने बताया कि उसके फूड पाइप में नकली दांत फंस गए हैं। उसे निकालने के लिए ऑपरेशन करवाना होगा, लेकिन भोली ने बताया कि उसके पास बस यहां आने तक के ही पैसे थे। उन्होंने उम्मीद छोड़ दी, लेकिन डॉक्टरों ने इंसानियत का परिचय दिया और उसका इलाज मुफ्त में करने को तैयार हो गए। नकली दांत फूड पाइफ के उस हिस्से में फंसा था, जहां फेफड़ा होता है। इसलिए ऑपरेशन बेहद खतरनाक था।
डॉक्टरों ने नहीं ली फीस
4 महीने से भोली खाना-पीना नहीं खा पा रही थी, इसलिए उसे पहले 1 महीने अस्पताल में रखा गया, ताकि उसे सामान्य स्थिति में लाया जा सके। जिसके बाद इस ऑपरेशन का खर्च डॉ कंवलजीत सिंह और सोशल मीडिया पर मौजूद उनके साथियों ने उठाया। उनकी टीम में शामिल एनेस्थेटिस्ट डॉ. संजीव गुप्ता, रेडियोलॉजिस्ट डॉ. रजनीश कांत नागपाल और गायनिकॉलोजिस्ट डॉ. निवेदिता सिंह ने कोई फीस नहीं ली। उन्होंने कहा कि भोली की बेटी के संघर्ष को देखकर उन्होंने मुफ्त में इलाज करने का फैसला लिया। जिससे बाद अब भोली पूरी तरह से ठीक है जल्द उसे डिस्चार्ज किया जाएगा।