VIDEO:सरकारी स्कूल के टीचर का हुआ ट्रांसफर , गांव वालों ने धोए पैर, कंधे पर बैठाकर दी शानदार विदाई
नई दिल्ली। Andhra Pradesh teacher transfer, इन दिनों सोशल मीडिया पर आंध्र प्रदेश में एक सरकारी स्कूल के टीचर के फेयरवेल की फोटो काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के विजयनगरम जिले (Vijayanagaram) के एक गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर नरेंद्र गोवडु का दूसरे विद्यालय में ट्रांसफर हुआ तो गांव वाले ने उनके सम्मान में कंधे पर बैठाकर विदा किया। नरेंद्र पिछले 10 साल से इस स्कूल में पढ़ा रहे थे।
गांव वालों के हर सुख-दुख में शामिल होते थे नरेंद्र
आंध्र प्रदेश के विजयनगरम जिले के गुम्मा लक्ष्मीपुरम गांव के मलगुगुड़ा सरकारी स्कूल के शिक्षक नरेन्द्र गोवडु पिछले दस सालों में इस गांव के बच्चों को पढ़ा रहे थे। वह हर रोज अपनी बाइक से 20 किमी की यात्रा कर इस गांव में पढ़ाने आते थे। नरेंद्र ना सिर्फ बच्चों को पढ़ाते थे, बल्कि उन्हें जनरल नॉलेज समेत कई अन्य विषयों को बारे में भी जानकारी देते थे। इसके अलावा वे गांव में परेशानी से जूझ रहे परिवारों की भी मदद करते थे।
Recommended Video
गांव वालों ने उनके फेयरवेल पर लगभग 30 हजार रुपए खर्च किए
गांव वालों के हर सुख-दुख में साथ देने वाले नरेन्द्र गोवडु को गांव के लोग अपने परिवार के सदस्य के तौर पर मानते थे। 42 परिवार वाले इस गांव के लोगों ने अपने प्रिय शिक्षक के ट्रांसफर होने पर शानदार विदाई दी। 31 जनवरी को, मलुगुड़ा लोगों ने स्कूल में अपने अंतिम दिन नरेंद्र को विदाई देने का फैसला किया। गांव के निवासियों ने उसके पैरों को हल्दी के पानी से धोया और फिर उन्हें अपने कंधों पर बैठाकर ढोल नगाड़ों पर जमकर डांस किया। गांव वालों ने उनके फेयरवेल पर लगभग 30 हजार रुपए खर्च किए।
गांव वालों ने किया भोज का आयोजन
न्यूज मिनट के मुताबिक, नरेंद्र ने बताया कि, मुझे उम्मीद नहीं थी कि यह भव्य होगा। मैं बेहद खुश हूं, उन्होंने मेरे साथ परिवार जैसा व्यवहार किया। पूरे गाँव ने ऐसा महसूस किया जैसे यह गाँव का त्योहार हो। उन्होंने न केवल नृत्य किया, बल्कि खाना भी बनाया और पूरे गांव में सेवा की। मैंने उनसे इससे बेहतर गिफ्ट नहीं मिल सकता है। जब मैं 2011 में यहाँ आया था तो गाँव के पास कुछ भी नहीं था। पिछले 10 वर्षों में हमने उल्लेखनीय परिवर्तन देखा है।
|
वायरल हुआ वीडियो
जब मुझे 2016 में उसी गांव में दूसरी पोस्टिंग मिली, तो उन्होंने एक और शिक्षक को मेरे साथ पढ़ाने में मदद करने के लिए भेजा। हम कक्षा 5 तक छात्रों को पढ़ाने में कामयाब रहे। नरेंद्र इस गांव के स्कूल के हेडमास्टर थे। इस स्कूल में उनके साथ 2 अन्य मास्टर भी पढ़ाने में मदद करते हैं। इस स्कूल में कुल 32 बच्चे पढ़ने आते हैं। मास्टर की शानदार विदाई का वीडियो आईएएस ऑफिसर एमवी राव ने शेयर किया है। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'दिलचस्प वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की गई है। आदिवासी गांव वालों ने टीचर को शानदार विदाई दी।उनका दूसरी जगह ट्रांसफर हो गया था।
अमौसी एयरपोर्ट के बाहर धरने पर बैठे पीएम मोदी के भाई प्रहलाद मोदी, जानें क्यों?