बिलासपुरः गर्लफ्रेंड से नहीं करनी थी शादी तो उसके 9 साल के भाई को प्रेमी ने मार डाला
बिलासपुर। बीते रविवार की सुबह पचपेड़ी सरपंच के 9 साल के भतीजे की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। बच्चे का शव गांव के कन्या छात्रावास परिसर से बरामद हुआ और हैरान कर देने वाली बात यह है कि हत्यारा कोई और नहीं मृतक का जीजा ही है। 9 वर्षीय बालक अपने जीजा के साथ ही सुबह के वक्त घर से घूमने निकला था। आरोपित ने उसकी अपहरण की झूठी कहानी गढ़ कर पुलिस और परिजनों को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने घटनाक्रम के बार में बताया और अपना जुर्म भी कबूल कर लिया।
दरअसल, युवक अपनी प्रेमिका से शादी नहीं करना चाहता था। किसी भी तरह वह शादी टालना चाहता था। इसके चलते उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया। सूरजपुर निवासी ओम नायक की पचपेड़ी सरपंच के बड़े भाई की बेटी से शादी तय थी। रविवार को दोनों की सगाई हुई थी। ओम ने शादी के कार्यक्रम को टालने के लिए उसने अपने साले प्रियांशु की हत्या करने का प्लान बनाया और फिर सुबह 8 बजे उसे घर से बेर खिलाने के बहाने बाहर ले गया। फिर उसकी गला दबाकर हत्या कर दी और अपहरण की झूठी कहानी गढ़ दी।
पचपेड़ी निवासी पुनीतराम गांव के सरपंच के बड़े भाई हैं। उनकी बेटी की रविवार को गांव में ही रह रहे सूरजपुर जिले के युवक ओम नायक से सगाई थी। सगाई की तैयारी चल रही थी। फिर काफी देर तक प्रियांशु नजर नहीं आया तो उसके पिता ने उसकी खोजबीन शुरू की। इस दौरान ओम ने बताया कि वह उसके साथ बंधवापारा था। करीब 12 बजे वहां बाइक पर सवार दो नकाबपोश आए। उन्होंने प्रियांशु को बुलाया और अपने साथ लेकर चले गए।
इसके बाद परिजन थाने पहुंचे और अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस को ओम नायक के बयान पर शक था। ओम ने पुलिस को बताया था कि बाइक सवार प्रियांशु को बंधवापार तालाब से भरारी की तरफ लेकर गए हैं। पुलिस की टीम उस दिशा की तरफ जाकर स्थानीय लोगों से पूछताछ भी की पर कोई जानकारी नहीं मिली। ऐसे ही ओम नायक के अलावा गांव में किसी ने भी बच्चे को बाइक सवारों के जाते देखा था। इसलिए जब पुलिस ने उससे सख्ती करते हुए पूछताछ की मामला खुल गया।