बुढ़ापे में एक-दूसरे से 'कट्टी' हो गया यह जोड़ा, 3 साल बाद 83 की उम्र में दुबारा यूं शुरू हुई बातचीत
बीकानेर। अब से तेरी-मेरी 'कटटी'। दोनों एक-दूसरे से नहीं बोलेंगे। ऐसा बचपन में खूब देखा और सुना होगा, मगर ऐसा ही एक मामला राजस्थान के बीकानेर में सामने आया है। फर्क बस इतना है कि 'कट्टी' बच्चों की बजाय एक बुजुर्ग जोड़ा था। खास बात यह है कि उम्र के अंतिम पड़ाव में यह जोड़ा पिछले तीन साल से एक-दूसरे से बात तक नहीं कर रहा था जबकि दोनों एक ही छत के नीचे रहते थे। यहां तक कि दोनों की 'कटटी' का यह मामला बीकानेर पारिवारिक न्यायालय तक पहुंच गया।
8 फरवरी को लगी बीकानेर लोक अदालत
बीकानेर पारिवारिक न्यायालय संख्या एक ने 8 फरवरी को लगाई राष्ट्रीय लोक अदालत में 83 वर्षीय नरसिंहदास सोनी और उनकी पत्नी मधु देवी के बीच चल रहे मनमुटाव के मामले का भी निस्तारण किया। यूं तो बीकानेर की इस राष्ट्रीय लोक अदालत में पारिवारिक मामलों के कई प्रकरण पहुंचे, मगर सबसे अधिक नरसिंह दास और मधु के प्रकरण की रही।
109 में से 50 मामलों का सहमति से निस्तारण
पारिवारिक न्यायालय में पीठासीन अधिकारी विनोदकुमार सोनी सहित वहां के अन्य न्यायिककर्मियों ने कुल 109 प्रकरणों में से 50 मामलों में आपसी सहमति बनवाई और नौ दम्पतियों को न्यायालय से ही एक साथ उनके घर के लिए विदा किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में आज कुल 109 प्रकरण रखे गए थे, जिसमें 50 मामलों में आपसी सहमति बनाई गई।
समझाइश का भी नहीं हुआ था असर
नरसिंह दास सोनी ने मीडियो से बातचीत में बताया कि करीब तीन साल पहले उसका पत्नी मधु सोनी से किसी बात को लेकर मनमुटाव हो गया। दोनों के रिश्ते में उस मनमुटाव की वजह से ऐसी गांठ पड़ी कि तीन साल तक एक-दूसरे से बात तक नहीं की। परिजनों ने दोनों से कई बार समझाइश की, लेकिन इसके बाद भी उनका मतभेद कम नहीं हुआ।
बुढ़ापे में टूटने वाला था रिश्ता
रिश्ता टूटने की कगार पर पहुंच गया था, मगर लोक अदालत की समझाइश काम आई। दोनों नरसिंहदास सोनी और मधु के रिश्ते में फिर से मिठास घुल गई। दोनों ने लोक अदालत में एक-दूसरे को माला पहनाई और खुशी-खुशी से एक साथ बात करते हुए घर विदा हुए।