बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए इस पार्टी के सभी नेताओं ने दान की एक महीने की सैलरी
पटना। बिहार में इन दिनों बाढ़ ने भयानक तबाही मचाई हुई है। बाढ़ के कहर को देखते हुए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष और मोदी सरकार में उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी और अपनी पार्टी के सभी नेताओं की एख महीने की तनख्वाह को दान कर बाढ़ पीड़ितों को मदद पहुंचाने की कोशिश की है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात कर उपेंद्र कुशवाहा ने बाढ़ पीड़ित लोगों की बेहाल जिंदगी में मदद पहुंचाने के लिए अपने पार्टी के सांसद, विधायक और विधान पार्षदों का एक महीने का पेमेंट बाढ़ राहत के लिए मुख्यमंत्री के हाथो मे सौंपा।
153 लोगों की गई जान
बता दें कि लगातार बारिश के कारण राज्य की प्रमुख नदियां उफान पर हैं। नदियोंके जलस्तर में हो रही बढ़ोत्तरी से लोगों में खौफ का माहौल बना हुआ है। आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा जारी किए गए आकड़ों के मुताबिक अब तक 17 जिलों के 156 प्रखंडों के 1.08 करोड़ लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं अब तक 153 लोगों की इस बाढ़ के चलते जान जा चुकी है तो सैकड़ों लोग लापता है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक 4.64 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है तो 1,289 जगहो पर राहत शिविर खोले गए हैं। जिसमें करीब 3.92 लाख लोग शरण लिए हुए हैं। वही खाने के लिए 1,765 सामुदायिक रसोई खोली गई है, जिसमें करीब साढ़े तीन लाख से ज्यादा लोगों को खाना खिलाया जा रहा है।
कोसी नदी फिर बनी जानलेवा
बिहार की सभी प्रमुख नदियां इस वक्त खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कोसी नदी का जलस्तर 1.60 लाख क्यूसेक दर्ज किया गया है तो वाल्मीकिनगर बैराज के गंडक का जलस्तर 1.52 लाख क्यूसेक। बागमती नदी डूबाधार, सोनाखान, कमला बलान नदी लगातार अपना रौद्र रूप धारण कर रही है। वहीं बाढ़ पीड़ित लोगों की मदद कर रहे अधिकारियों का कहना है कि एनडीआरएफ की टीम युद्ध स्तर पर लोगों को बचाने का काम कर रही हैं। सभी के बीच आवश्यक दवाएं, ब्लीचिंग पाउडर एवं सर्पदंश से संबंधित दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराई जा रही है।
नीतीश कुमार ने किया दौरा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार हवाई यात्रा के दौरान बाढ़ पीड़ितों का जायजा ले रहे हैं तथा उनके बीच राहत सामग्री पहुंचाने के साथ बचाव कार्य को और तेज करने का सख्त निर्देश अपने अधिकारियों को दे चुके हैं। केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह भी लगातार बाढ़ पीड़ितों के बीच पहुंचकर उनका हालचाल ले रहे है तथा उनकी मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।