बिहारः प्रदेश की चार प्रमुख नदियों में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा, अगले दो दिन तक हो सकती है बारिश
पटना। प्रदेश में लगातार बारिश होने के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात उत्पन्न हो रहे हैं। राज्य की लगभग सारी नदियों का जलस्तर दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है। बक्सर जिले में गंगा का पानी ऊपर चढ़ने लगा है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक प्रदेश में बारिश की आशंका जताई है। नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश से महानंदा, बागमती, कमाल बलान एवं कोसी खतरे के निशान को पार कर गईं हैं। इससे बाढ़ का खतरा और बढ़ सकता है।
विभिन्न नदियों के नेपाल स्थित जलग्रहण क्षेत्रों में अगले दो दिन में 10 से 30 सेमी बारिश के आसार के चलते उत्तर बिहार की अधिकतर नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी की आशंका है। इस दौरान राज्य में कई स्थानों पर करीब 50 मिमी से अधिक बारिश हुई है। कोसी, बागमती, कमला बलान एवं महानंदा सोमवार को भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। बता दें कि महानंदा नदी ढेंगराघाट में 105 सेमी तो पूर्णिया में 52 सेमी ऊपर बह रही है।
कमला बलान का जलस्तर जयनगर और झंझारपुर में लाल निशान से ऊपर है। हालांकि रविवार की तुलना में पानी थोड़ा नीचे आया है। फिर भी जयनगर में 30 सेमी और झंझारपुर में पांच सेमी लाल निशान से ऊपर के स्तर पर है। ढेंग पुल के पास बागमती का जलस्तर 39 सेमी और रून्नीसैदपुर में 66 सेमी ऊपर है। बेनीबाद में भी 20 सेमी ऊपर है।
नेपाल स्थित जलग्रहण क्षेत्र में अगले 48 घंटे के दौरान बारिश की चेतावनी है। इसलिए बागमती किनारे के इलाकों को अलर्ट किया गया है। कोसी नदी का डिस्चार्ज बढ़ा है। पूर्वानुमान के हिसाब से तटवर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ाने के लिए कहा गया है। बराज के पास डिस्चार्ज करीब डेढ़ लाख क्यूसेक है। बसुआ में कोसी खतरे के निशान से 43 सेमी ऊपर है। जबकि, बालतारा में 60 सेमी ऊपर बह रही है।
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