एक विवाह ऐसा भी: नाव पर चढ़ने से डरा दूल्हा तो बारात लेकर खुद पहुंच गई दुल्हन
पटना। झारखंड में एक अजीब शादी देखने को मिली है। दरअसल हुआ ये कि बाढ़ के कारण गंगा नदी में फेरी सेवा बंद कर दी गई। इसका असर शादियों पर भी पड़ा है। एक बारात को नाव से जानी थी लेकिन दूल्हे ने डर के मारे इनकार कर दिया। खबर लड़की वालों तक पहुंची तो लड़की खुद दूल्हे के घर जाने की तैयारी कर ली और बारात लेकर पहुंच गई। मामला कटिहार के मनिहारी की है। जानकारी के मुताबिक मनिहारी के देवनंदन टुडू के पुत्री सुनीता टुडू का विवाह पड़ोसी राज्य झारखंड के साहेबगंज जिले के मरडॉ खेलदाही निवासी कार्नल्यूस मरांडी के पुत्र मानवेल मरांडी के साथ पहले दो जुलाई को तय हुआ था।
लेकिन फेरी सेवा परिचालन बंद हो जाने के कारण इसे आगे बढ़ाकर नौ जुलाई की तिथि तय की गई। लेकिन उसके बाद भी स्टीमर परिचालन शुरू नहीं हुआ तो दूल्हा ने शादी से इंकार कर दिया। उसने कहा कि उसे नाव पर चढ़ने में डर लगता है और वह जोखिम भरी यात्रा नाव से नहीं करेगा इसलिए शादी नहीं होगी। अपने रिश्ते को बचाने के लिए लड़की ने हिम्मत दिखाई और खुद बारात लेकर नाव से उस पार झारखंड पहुंच गई। 9 जुलाई को दोनों की शादी संपन्न हुई। लड़की के साथ नाव में उसके परिवार वाले भी पहुंचे थे।
लड़की ने निर्णय लेते हुुए रविवार को सुबह 11 बजे मनिहारी से झारखंड के लिए निकल पड़ी। इस शादी के लिए दुल्हन की बारात निकली। इसमें परिजनों के साथ ही गांव के करीब 50 लोग शामिल हुए। सभी मनिहारी घाट से नाव द्वारा साहिबगंज के लिए रवाना हुए। लड़की के हौसले की सभी प्रशंसा कर रहे थे। बरात में शामिल मनिहारी के पूर्व प्रमुख फुलमणी हेंब्रम ने बताया कि सुनीता मेरे गांव की लड़की है और इसका विवाह पहले दो जुलाई को तय हुआ था।