बिहारः महागठबंधन के हारे हुए प्रत्याशी कोर्ट जाने की कर रहे हैं तैयारी
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद शपथ ग्रहण का कार्यक्रम भी हो गया लेकिन अभी तक महागठबंधन ने हार नहीं मानी है। छोटे से अंतर के चलते हार मिलने पर महागठबंधन के नेताओं को साजिश लग रहा है। एनडीए के मुकाबले 15 सीटों से पिछड़ जाने वाला विपक्ष अब कोर्ट जाने की तैयारी में है। तेजस्वी यादव ने कम अंतर से हारे महागठबंधन के प्रत्याशियों को निर्देश दिया है कि वे अपने स्तर से मामले को अदालत में ले जाएं।
आलाकमान से निर्देश के बाद राजद, कांग्रेस और वामदलों के हारे हुए प्रत्याशियों ने ऐसी 17 सीटों पर तैयारी कर रखी है, जिनपर बहुत कम अंतर से हार हुई है। तेजस्वी का मानना है कि ऐसी सीटों पर उन्हें हार नहीं हुई है, बल्कि साजिश के तहत हराया गया है। मगर निर्वाचन आयोग के आंकड़े बताते हैं कि कम वोटों के अंतर से हारने वाले प्रत्याशियों की संख्या दोनों तरफ के लगभग बराबर हैं।
बता दें कि तीन हजार से कम वोटों से कुल 35 प्रत्याशियों की हार हुई है। इनमें 17 महागठबंधन के हैं तो एनडीए के भी 18 हैं। हालांकि, एक हजार से कम वोटों से हारने वालों की संख्या महागठबंधन में ज्यादा है और एनडीए में कम। इस दायरे में एनडीए के कुल चार ही प्रत्याशी हैं, जबकि महागठबंधन के छह हैं।
अदालत जाने की तैयारी कर रहे महागठबंधन के घटक दलों ने तीन हजार से कम वोटों से हारने वाली सीटों पर ज्यादा फोकस किया है। नतीजे के दौरान ही आधी रात को आरजेडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा के साथ महागठबंधन के अन्य घटक दलों के प्रमुख नेताओं ने निर्वाचन आयोग का दरवाजा खटखटाया था। दो दिन बाद तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि वे हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं।
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