नदी में शवों के मिलने पर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने की खास अपील, कहा- गंगा मां को बचाओ
पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण के बिगड़त हालात पर विपक्ष इस समय नीतीश सरकार को आड़े हाथ लेने का मौका नहीं छोड़ रहा है। इस दौरान प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजियों का दौर जारी है। वहीं प्रदेश के बक्सर जिले में स्थित गंगा नदी में शवों के मिलने पर विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेर लिया। हाल ही में जमानत पर जेल से रिहा हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद नीतीश कुमार को सोशल मीडिया पर घेर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने यूपी और बिहार के लड़कों से एक खास अपील की है। वहीं बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी पिता के साथ नीतीश सरकार को घेरने में जुटे हुए हैं।
लालू यादव ने सोशल मीडिया के जरिए यूपी और बिहार सरकार के ऊपर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि गंगा मैया की गोद में लाशों का अम्बार लगना बेहद चिंताजनक, दर्दनाक और शर्मनाक है। किसकी लापरवाही से यह सब हो रहा है? यूपी-बिहार के बेटों अपनी जीवनदायिनी गंगा माँ को बचाओ। इससे पहले उन्होंने ट्वीट के माध्यम से नीतीश सरकार की तुलना कोरोना वायरस से की थी। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि कोरोना और बिहार सरकार में कुछ समानताएँ है, दोनों जन जीवन के लिए ख़तरनाक हैं और दोनों अदृश्य (नज़र नहीं आते) है।
वहीं लालू यादव के बेटे और बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी प्रदेश में कोरोना से बिगड़ते हालात के बीच लगातार नीतीश सरकार पर हमला कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि आदरणीय नीतीश जी, बिहार की जनता आपकी सरकारी कारिस्तानियों से अनभिज्ञ नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की सारी रिपोर्ट्स आख़िर आपके दावों के विपरीत क्यों होती है? आँकड़ो का फ़र्ज़ीवाडा कर कृपया राज्यवासियों की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ करना बंद करिए।
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इसके अलावा उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि WHO व ICMR मानक के अनुसार RT-PCR टेस्ट कोरोना जाँच का Gold Standard है और उसे कुल जाँच का 70% होना चाहिये। लेकिन बिहार में नीतीश सरकार ठीक इसके विपरीत मात्र 25-30% RT-PCR जाँच कर रही है।इससे भी आश्चर्यजनक तथ्य ये है कि पिछले माह की तुलना में 41% कटौती की है जबकि +ve rate 20% है।