जदयू में बढ़ रही दूरियां, चुनाव चिन्ह के लिए आयोग जाएगा शरद गुट!
पटना। बिहार में राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ सरकार बनाने के बाद से ही जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और शरद यादव के बीच तनातली चल रही है। आज शनिवार को एक ओर राज्य की राजधानी पटना में जहां नीतीश कुमार ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है वहीं शरद यादव ने पार्टी के बागी नेताओं के साथ मिलकर जन अदालत नाम का सम्मेलन बुलाया है। पटना में जदयू के ही बागी नेताओं की ओर से लगाए गए कुछ पोस्टरों में लिखा है- जन अदालत का फैसला, महागठबंधन जारी है।'
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इन पोस्टरों पर शरद यादव,जदयू के राज्यसभा सदस्य अली अनवर और पूर्व मंत्री रमई राम की तस्वीरें लगी हुई हैं। इतना ही नहीं भाजपा और जदयू के गठबंधन के बाद से ही नीतीश के फैसले के खिलाफ खड़े सांसद अली अनवर ने कहा कि मुख्यमंत्री का विरोध कर रहे लोग ही असली जदयू है और नीतीश भाजपा जनता दल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
राज्यसभा सांसद ने कहा- पार्टी में है फूट
अनवर ने यह बात स्वीकार की कि पार्टी में फूट है और राज्यसभा में शदर यादव को नेता पद से हटाए जाने पर जदयू कार्यकर्ताओं में नाराजगी भी है।
अनवर ने कहा कि पटना में मौजूद जदयू के सभी नेता पहले मौजूदा घटनाओं की चर्चा करेंगे और उसके बाद बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा भी करेंगे। इतना ही नहीं पार्टी से सस्पेंड कर दिए गए पूर्व महासचिव ने कहा कि पार्टी में फूट की हालात में नाम और चुनाव चिन्ह पर दावे के लिए बागी समूह चुनाव आयोग जा सकते हैं।
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