इंडिगो मैनेजर हत्याकांड में शामिल चौथा आरोपित गिरफ्तार, वारदात के दिन से था फरार
पटना। बिहार के बहुचर्चित इंडिगो मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। करीब सात महीने से फरार चल रहे चौथे आरोपित आर्यन जायसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रविवार की शाम को वह पटना में अपनी बहन से मिलने के लिए उसके घर जा रहा था। पुलिस की टीम पहले से ही उसकी मूवमेंट खंगाल रही थी। तभी पुलिस ने उसको पकड़ लिया। सोमवार को शास्त्री नगर थाना में प्रेस कांफ्रेंस कर एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है।
रूपेश को गोली मारने वाले ऋतुराज सिंह को पटना पुलिस ने सबसे पहले पकड़ा था। फिर 70 दिन बाद सौरभ को और फिर पुलिस के बढ़ते दबाव की वजह से तीसरे अभियुक्त छोटू ने कोर्ट में खुद को सरेंडर कर दिया था। बख्तियारपुर के पास सालिमपुर इलाके का रहने वाला आर्यन जायसवाल फरार चल रहा था। पहले से जेल में बंद तीनों मुख्य अभियुक्तों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है।
अब जल्द आर्यन के खिलाफ भी कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। साथ ही, इस चर्चित हाईप्रोफाइल मर्डर केस का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा, ताकि ऋतुराज समेत सभी अभियुक्तों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। बता दें कि रूपेश 12 जनवरी की देर शाम एयरपोर्ट से अपनी कार से पुनाईचक स्थित कुसुम विलास अपार्टमेंट पहुंचे थे।
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उनका पीछा करते दो बाइक से पहुंचे चार अपराधियों ने उनपर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। पुलिस ने 2 फरवरी को रितुराज और 24 मार्च को सौरभ उर्फ खरहा को गिरफ्तार किया। 5 अप्रैल को तीसरे आरोपी पुष्कर उर्फ छोटू ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।