छठ पूजा के लिए घाट की सफाई के दौरान नदी में डूबने से बच्चों की मौत
पटना। एक तरफ जहां पूरे बिहार में छठ पर्व की धूम मची हुई है तो दूसरी तरफ दो अलग-अलग जगहों पर नदी में डूबकर पांच बच्चों की मौत ने मातम का माहौल कायम कर दिया है। पहली घटना बिहार के वैशाली जिले की है जहां महनार में छठ घाट की सफाई के दौरान दो बच्चे की डूबने से मौत हो गई तो दूसरी घटना जहानाबाद जिले की है जहां कोसी नदी में नहाने गए तीन बच्चे की डूबने से दर्दनाक मौत हो गई है। मौत की खबर मिलने के बाद परिजन बच्चे की लाश को लेकर जमकर प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ इस घटना से पूरे गांव में मातम का माहौल कायम है।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार के वैशाली जिले के महनार में छठ घाट की सफाई अभियान चल रहा था। इसी दौरान घाट की सफाई करने पहुंचे तो बच्चे अचानक गंगा नदी में बहने लगे जिसे बचाने की कोशिश की गई लेकिन पानी की बहुत तेज होने के कारण सभी नदी में डूब गए कुछ देर बाद उनके लाश को बाहर निकाला गया जिसे देखने के बाद पूरे गांव में मातम छा गया। वही इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि छठ के मौके पर प्रशासन के द्वारा सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम नहीं किया गया था इसी को लेकर ऐसी दर्दनाक घटना घटी है। आज से लोक आस्था के महापर्व के चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरूआत नहाय खाय से शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक कई घाटों की न तो बेरिकेटिंग की गई है न ही नदी में गोताखोरों का कोई आता पता है।
बिहार के जहानाबाद जिले के घोसी थाना कैरवा गांव में फल्गु नदी में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई है। तीनों के शव को नदी से बाहर निकाल लिया गया है। इस घटना को लेकर ऐसा कहा जा रहा है कि नदी में नहाने गए चार बच्चे अचानक पैर फिसलने से गहरी खाई में चले गए जहां पानी की तेज बहाव ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया। हलांकि एक बच्चे को वहां उपस्थित ग्रामीणों ने नदी में तैरकर बचा लिया तो दूसरी तरफ तीनों नदी में डूब गए। नदी से सुरक्षित निकाले जाने वाले भोला पंडित को इलाज के लिए अस्पताल में भेजा गया है तो दूसरी तरफ डूबने वाले बच्चे के लाश को ग्रामीणों और गोताखोरों की मदद से बाहर निकाला गया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला सदर अस्पताल भेज दिया है। मामले की जानकारी देते हुए हुल्लासगंज थाना प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि मृतकों की पहचान संजय पांडेय के पुत्र अंकित पांडेय (12) और देव पांडेय (10) तथा राजू पंडित के पुत्र आयूष पंडित (12) के रूप में हुई है।
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