बिहार: शुक्रवार अवकाश मामले में गिरिराज सिंह ने दी ये प्रतिक्रिया, जानिए उन्होंने क्या कहा ?
आपको बता दें कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बिहार सरकार से इस बाबत रिपोर्ट तलब किया है। आयोग ने किशनगंज के 37 सरकारी स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश देने पर स्पष्टीकरण मांगा है।
पटना, 1 अगस्त 2022। बिहार के कुछ सरकारी विद्यालयों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश पर सियासी पारा चाढ़ा हुआ है। राजनेताओं की बयानबाज़ी जारी है, एक तरफ़ एनडीए गठबंधन के सहयोगी पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा ने मामले में समर्थन किया है तो वहीं भाजपा ने शुक्रवार की छुट्टी पर ऐतराज जताया है। इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी देना सही नहीं है। यह शरीया कानून लागू करने जैसा है। सभी सरकारी विद्यालयों में रविवार को ही छुट्टी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सब बचपन से रविवार के दिन स्कूल-कालेज और सरकारी कार्यालय बंद देखते आए हैं। यूपी में पहले ऐसी खबरें आ रही थीं। अब एक समुदाय विशेष ने बिहार और झारखंड के अपने प्रभाव वाले इलाके में रविवार की बजाए शुक्रवार को छुट्टी कर दी है।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तलब की रिपोर्ट
आपको बता दें कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने बिहार सरकार से इस बाबत रिपोर्ट तलब किया है। आयोग ने किशनगंज के 37 सरकारी स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश देने पर स्पष्टीकरण मांगा है। दरअसल बिहार के सीमांचल इलाके में रविवार की जगह शुक्रवार को सरकारी स्कूलों में छुट्टी दी जा रही है। यह मामला अब तूल पकड़ने लगा है, कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों और नेताओं की वजह से शुक्रवार को अवकाश रखने का फ़ैसला लिया गया है।
बिहार के मुख्य सचिव को लिखा पत्र
सीमांचल इलाके के सरकारी स्कूलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने जवाब तलब किया है। उन्होंने बिहार के मुख्य सचिव आमीर सुबहानी को पत्र लिख कर स्पष्टीकरण मांगा है कि किसके निर्देश के तहत शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश घोषित करने का फ़ैसला लिया गया है। आपको बता दें कि बिहार सरकार को 10 दिनों के अंदर इस मामले में रिपोर्ट देनी है।
बिहार के कई जिलों में शुक्रवार को साप्ताहिक अवकाश
सूत्रों की मानें तो पूर्णिया जिले के एक अधिकारी ने शुक्रवार को अवकाश जारी किया था। बिहार के सीमांचल में चार बड़े जिलों में पूर्णिया, किशनगंज, अररिया और कटिहार का नाम शामिल है। यहां मुस्लिम समुदाया की आबादी 30 से 70 फीसद तक बताई जाती है। खबर यह आ रही है इन चार ज़िलो के क़रीब 500 (प्राइमरी और मिडिल) स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार की छुट्टी रखी गई है। अररिया के जोकिहाट ब्लॉक में 244 स्कूलों में से 229 स्कूलों में शुक्रवार के दिन अवकाश की घोषणा की जा चुकी है। वहीं जोकिहाट के बीईओ ने मीडिया के सवाल पर कहा कि यहां पर काफी पहले से इसी तरह छुट्टी दी जा रही है।
किशनगंज में भी गरमाया छुट्टी का मुद्दा
पूर्णिया जिले की बात की जाए तो वहां भी रविवार की जगह शक्रवार को करीब 200 सरकारी स्कूलों में दी जा रही है। किशनगंज जिला भी शुक्रवार को छुट्टी के मामले में पीछे नहीं है। वहीं भी 19 सरकारी स्कूलों रविवार की बजाए शुक्रवार को छुट्टी रहती। ग़ौरतलब है कि शुक्रवार को होने वाली छुट्टी के बारे में शिक्षा विभाग के अधिकारी बोल रहे हैं कि जानकारी नहीं है। वहीं शिक्षकों का कहना है कि स्थानीय मुस्लिम नेताओं की वजह यह फैसला लिया गया है।
नियमानुसार होगी कार्रवाई- शिक्षा मंत्री
वन इंडिया हिंदी से खास बातचीत में बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई भी जानकारी नहीं है। मेरे संज्ञान में इस तरह का कोई भी मामला नहीं है। इस बाबत रिपोर्ट तलब की गई है। रिपोर्ट आने के बाद जो नियामनुसार कार्रवाई होगी वह की जाएगी। एक तरफ़ शिक्षा मंत्री कह रहें हैं कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं है रिपोर्ट तलब की गई है। वहीं दूसरी ओर स्कूल के शिक्षकों का कहना है कि स्थानिय मुस्लिम नेताओं के दबाव में यह फ़ैसला लिया गया है। काफी दिनों से इस तरह ही छुट्टी की जा रही है।
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