बिहार भाजपा की नेता डॉ. उषा विद्यार्थी लोजपा में हुईं शामिल, जानिए किस सीट से लड़ेंगी चुनाव
पटना। विधानसभा चुनाव से पहले बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता डॉ. उषा विद्यार्थी ने अपनी पार्टी छोड़ दी। डॉ. उषा अब लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में शामिल हो गई हैं। उन्होंने दिल्ली में लोजपा प्रमुख चिराग पासवान की उपस्थिति में लोजपा की सदस्यता ली। यह भाजपा के लिए दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि कल ही पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने भी लोजपा का हाथ थाम लिया था।
लोजपा में अब कहां से चुनाव लड़ेंगी उषा?
भाजपा में रहते हुए उषा विद्यार्थी पटना के पालीगंज विधानसभा सीट से विधायक रह चुकी हैं। इसके अलावा वह बिहार राज्य महिला आयोग की सदस्य भी हैं। बहरहाल, उनके लोजपा में शामिल होने के बाद यह चर्चा शुरू हो गई हैं कि वह कहां से चुनाव लड़ेंगी। ऐसा माना जा रहा है कि, उषा को लोजपा फिर पालीगंज से ही उम्मीदवार बनाएगी। हालांकि, उषा ने पहले कहा था- यदि मेरा सीट परिवर्तित होता है तो निर्दलीय चुनाव में उतरूंगी।
खुद क्या बोलीं डॉ. उषा
लोजपा ज्वॉइन करने के बाद उषा ने कहा कि, मैं मुख्यमंत्री नीतीश पर लिए गए चिराग के स्टैंड से खासा प्रभावित हुई हूं। हम मानते रहे हैं कि, बिहार को आगे ले जाने के लिए कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट एक विचार है। उषा के इस बयान में चिराग पासवान की तारीफ झलकती है। इससे पहले उषा को लोजपा में लाने की पहल चिराग पासवान ने की थी। उषा से पहले चिराग की अगुवाई में ही भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह भी लोजपा में शामिल हुए थे। लोजपा ने राजेंद्र सिंह को दिनारा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
1992 में राजनीति में आईं
उषा विद्यार्थी वर्ष 1992 से सियासत में हैं। वह 28 वर्षों से भाजपा में जुड़ी रहीं। भाजपा संगठन में काम करते हुए विभिन्न पदों पर रह चुकी हैं। उषा भाजपा की ओर से प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रवक्ता के पद पर भी रह चुकी हैं। उन्होंने ने एमए, पीएचडी और एलएलबी किया हुआ है।