Video:खतरे में नीतीश कुमार का सेक्युलर चेहरा! मंत्री ने खुलेआम किया टोपी पहनने से इनकार
पटना। भाजपा के साथ सीट बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद के बीच नीतीश कुमार की अपनी ही पार्टी के नेता उनके लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। अभी ज्यादा समय नहीं बीता है, जब जदयू नेता पवन वर्मा ने खुलकर राम मंदिर के पक्ष में बयान दे डाला था और अब नीतीश सरकार के मंत्री बिजेंद्र यादव ने सार्वजनिक मंच पर मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर दिया। ऐसे में जदयू की सेक्युलर छवि को लगातार धक्का लग रहा है। नरेंद्र मोदी जब गुजरात के सीएम थे, तब उन्होंने टोपी पहनने से इनकार कर दिया था। इस घटना पर नीतीश कुमार ने कहा था, 'ये राजनीति है यहां टोपी भी पहननी पड़ेगी और तिलक भी लगाना पड़ेगा।' अब नीतीश कुमार की चुनौती यह है कि खुद उनकी ही पार्टी के नेता टोपी पहनने से इनकार कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, पूरा वाकया कुछ इस प्रकार हुआ। कटिहार में सियासी एंव तालीमी बेदारी कॉन्फ्रेंस का आयोजन हो रहा था। इस कार्यक्रम में विधानपरिषद के उपसभापति हारून रशीद, एमएलसी खालिद अनवर भी पहुंचे थे। इस दौरान मंच पर बिजेंद्र यादव का टोपी पहनाकर स्वागत करने का प्रयास किया गया। नीतीश के मंत्री ने टोपी पहनने से इनकार कर दिया। हालांकि, मंच पर मौजूद अन्य नेताओं ने टोपी और साफा दोनों स्वीकार कर लिया।
मंत्री बिजेंद्र यादव के टोपी ठुकराने का मामला अब बिहार की राजनीति गरमा गई है। जनचेतना मंच के अध्यक्ष मोहम्मद सलाउद्दीन ने कहा कि जदयू अब भाजपा के एजेंडे पर काम कर रही है, इसलिए पहले मंत्रीजी ने मजार पर जाने के लिए मना कर दिया और अब सार्वजनिक मंच पर टोपी पहनने से इनकार कर दिया।
जदयू नेता के टोपी पहनने से इनकार करने पर जदयू की ओर से सफाई भी जारी की है। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद मोजिद ने कहा कि मंत्रीजी ने टोपी नहीं पहनी, लेकिन कबूल तो कर ली है, इसलिए इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।