बिहार: जदयू के दही-चूड़ा भोज पर कांग्रेस ने उठाए सवाल, कहा- भाजपा को क्यों बुलाया?
जनता दल यूनाइटेड ने मकर संक्रांति के अगले दिन यानी आज दही चूड़ा के भोज का आयोजन किया था, जिसे रद्द कर दिया गया।
पटना। मकर सक्रांति का पहला भोज राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के आवास पर संपन्न हुआ। जहां महागठबंधन के नेता सारे मौजूद थे। लालू प्रसाद यादव के आवास पर दही चुड़ा के भोज मे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पहुंचते ही लालू यादव ने उनका स्वागत दही का टीका लगाकर किया। तो रावरी देवी ने अपने हाथों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खाना परोसा और दही चुड़ा तिलकुट खिलाया। इस भोज मे नीतीश से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह पहुंचे। भोज का कमान खुद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद संभाले हुए थे।
वहीं जनता दल यूनाइटेड ने भी अगले दिन मकर सक्रांति की दही चुड़ा का भोज रखा था, हालांकि पटना के एनआईटी घाट पर नाव हादसे में 21 की लोगों की मौत हो जाने से यह कार्यक्रम आज नहीं होगा। बता दें जदयू के द्वारा किए जा रहे इस भोज में भारतीय जनता पार्टी को भी नेता को भी न्यौता दिया गया था। बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी को इस भोज में शामिल करने को लेकर महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी के बिहार अध्यक्ष सह बिहार के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी बागी हो गए। सुशील मोदी को पार्टी में बुलाने को लेकर अशोक चौधरी ने कहा कि पिछले 2 साल से सुशील मोदी को क्यों नहीं बुलाया गया था।
कांग्रेस ने क्या कहा बीजेपी को न्यौता देने के बारे में
जब इस भोज को लेकर जब कांग्रेस के नेता से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि जदयू ही जाने आखिरकार क्यों बीजेपी को बुलाया गया है। तो कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौधरी ने कहा कि जदयू ने बीजेपी को भोज पर क्यों बुलाया है यह तो जदयू के वरिष्ठ नेता बशिष्ठ नारायण सिंह ही बता सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 2 सालों से आखिरकार क्यों नहीं बीजेपी को मकर सक्रांति के भोज में शामिल किया गया था। इस साल ऐसा क्या है कि बीजेपी को इस भोज में शामिल होने का न्यौता दिया गया है। मुझे नहीं लगता है कि बिहार में चल रहे महा गठबंधन की सरकार मे अभी कोई दिक्कत है। मुझे भी इस भोज में शामिल होने का न्योता मिला है। लेकिन कल मुझे पटना से बाहर जाना है। अब इस भोज में जाना है या नहीं इसका फैसला अभी तक नहीं किया गया है।
17 वर्ष पुराना दोस्त ने बुलाया है तो जाना पड़ेगा
कांग्रेस के द्वारा बीजेपी को भोज मे बुलाया जाने को लेकर एतराज जताया गया। इस पर बीजेपी के सुशील मोदी ने कहा कि आज की नहीं बल्कि 17 वर्ष पुरानी हमारी जदयू की दोस्ती है। अब अगर हमारे पुराने दोस्त ने इतने प्यार से मुझे बुलाया है तो जाना पड़ेगा। कहा कि इस भोज का मतलब राजनीतिक नहीं है पर हमने एक साथ मिलकर 7 वर्ष सरकार चलाई है। साथ ही उन्होंने कहा कि लालू से नीतीश का रिश्ता जितना करीबी है उससे अधिक करीबी रिश्ता हमसे रहा है। लालू के साथ तो एक काला अध्याय जुड़ा है। उनके शासन काल के कई काले अध्याय हैं। बीजेपी के साथ कोई काला अध्याय नहीं जुड़ा है। हमारी पार्टी के साथ नीतीश का साथ अच्छा रहा है। ये भी पढ़े: राहुल गांधी पर संबित ने मेरठ में कसा तंज, कहा- खत्म हो गया उनका करियर