टिकट न मिलने पर राजद नेता अजित यादव ने पार्टी से दिया इस्तीफा
नवादा। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 को लेकर महागठबन्धन से मो. कामरान को राजद प्रत्याशी बनाने के बाद पार्टी में अंतर्कलह उभरकर सामने आना शुरू हो गया है। इसी कड़ी में बुधवार को राजद के कद्दावर नेता व प्रदेश महामंत्री सह जिला पार्षद अजित यादव ने राजद पर धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए राजद के सभी पदों सहित पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने की घोषणा की।
इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं की मांग पर गुरुवार को गोविंदपुर विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन भी करवाने की घोषणा की। राजद के पूर्व प्रदेश महामंत्री अजित यादव ने कहा कि उनके द्वारा पिछले कई वर्षों से राजद की मजबूती के लिए सदस्यता अभियान सहित अन्य पार्टी कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। बावजूद राजद की इकाईं द्वारा उनका टिकट काटकर पिछले दरवाजे से दूसरे दल से आए प्रत्याशी से रुपया लेकर टिकट दे दिया गया।
उन्होंने कहा कि गोविंदपुर,रोह एवं कौआकोल प्रखण्ड की जनता के आवाज पर वे उनकी सपनों को पूरा करने के लिए बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामजदगी का पर्चा दाखिल कर विरोधियों को सबक सिखाएंगे। मौके पर सतीश कुमार साव, निकुंज कुमार विश्वकर्मा, मोहम्मद आशिक अली, पैक्स अध्यक्ष सुनील कुमार, प्रकाश तुरिया समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे।
बिहार में लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील पांडेय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि सुनील पांडेय चार बार विधायक रह चुके हैं। दरअसल, सुनील पांडेय इस बार तरारी विधानसभा सीट से पार्टी के टिकट पर तुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन यह सीट एनडीए के खाते में चली गई है। जिससे उनकी नाराजगी बढ़ गई और कयास लगाया जा रहा था कि सुनील पांडेय तरारी विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।
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