उच्च संक्रमण दर वाले जिलों में कोरोना मानकों को सख्ती से लागू किया जाए- ओडिशा सीएम नवीन पटनायक
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज राज्य में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की और उच्च संक्रमण दर वाले जिलों में कोविड मानदंडों को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया।
भुवनेश्वर, 30 जून। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने आज राज्य में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की और उच्च संक्रमण दर वाले जिलों में कोविड मानदंडों को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया। सीएम पटनायक ने कहा कि हालांकि राज्य में कोरोना संक्रमण की दर 5 प्रतिशत थी, लेकिन कुछ जिलों में उच्च संक्रमण दर को देखते हुए सतर्क रहने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि डोर-टू-डोर सर्वेक्षण कार्यक्रम रोगियों और अन्य रोगियों की पहचान कर उनका तुरंत इलाज कर सकता है और सुझाव दिया कि इसे और सख्ती से लागू किया जाए। कोरोना की तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर उन्होंने कहा कि बाल चिकित्सा को लेकर सारी व्यवस्था चाक चौबंद रखी जाए और इस संबंध में डॉक्टरों को पहले से ही पूरी ट्रेनिंग दी जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विभिन्न अस्पतालों में जो ऑक्सीजन प्लांट लगे हुए हैं वह आवश्यकता पड़ने पर निर्धारित समय सीमा के भीतर चालू हो सकें।
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सीएम पटनायक ने जिला कलेक्टरों से टीकाकरण केंद्रों पर विभिन्न सुविधाओं के वे विकास पर गौर करने का आग्रह करते हुए कहा कि अगले कुछ महीनों के लिए तत्काल टीकाकरण पर हमारा मुख्य फोकस होगा। अब हम प्रतिदिन 3 लाख लोगों का टीकाकरण कर रहे हैं।
उन्होंने जोर देकर लोगों को कोरोना के मानदंडों के प्रति जागरूक करने और लोगों से कोरोना को जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने का आग्रह किया। इस समीक्षा बैठक में शामिल हुए मुख्य सचिव सुरेश चंद्र मोहपात्रा ने कहा कि पश्चिमी और उत्तरी ओडिशा में आंशिक अनलॉक लागू करने के बाद भी वहां कोरोना के मामलों में वृद्धि नहीं देखी गई है, लेकिन लेकिन तटीय और उत्तरी ओडिशा, पुरी, कटक, बालासोर और मयूरभंज जिलों में संक्रमण की दर अधिक है।
स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पी.के. महापात्र ने कहा कि गंजम और झारसुगुड़ा जिलों में संक्रमण दर एक प्रतिशत से कम है, जबकि खुर्दा और पुरी जिलों में यह 9-15 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कठोर लॉकडाउन लागू करने के साथ माइक्रो कंटेनमेंट जोन, टेस्टिंग आदि पर विशेष जोर दिया जा रहा है और 15 जुलाई तक हालात में सुधार होने की उम्मीद है। इस समीक्षा बैठक में विभिन्न जिलों के जिला कलेक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।