उमा भारती का विवादित बयान, बोलीं-ब्यूरोक्रेसी हमारी चप्पल उठाती है, वे नेता को गुमराह नहीं करते'
भोपाल, 20 सितम्बर। भाजपा नेता उमा भारती ने ओबीसी महासभा के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान, जातिगत जनगणना और लिंगायत समाज पर कंपनियों के निजीकरण को लेकर गुस्सा निकाला। उमा भारती ने अब ब्यूरोक्रेसी को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि 'ब्यूरोक्रेसी चप्पल उठाने वाली होती है, हमारी चप्पल उठाती है।'
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बात दो दिन पुरानी है जब ओबीसी महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती से भोपाल स्थित उनके बंगले पर मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधमंडल ने ओबीसी की जातिगत जनगणना और प्राइवेट सेक्टर में आरक्षण को लेकर उमा भारती को 5 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा और साथ ही चेतावनी दी कि मध्य प्रदेश सरकार को ओबीसी महासभा की मांगों पर जल्द से जल्द फैसला लेना होगा, नहीं तो ओबीसी महासभा सड़कों पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद, विधायक और मंत्रियों का पुरजोर विरोध करेगी।
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उमा भारती ने कहा कि आपको क्या लगता है कि ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती है? नहीं! अकेले में बात हो जाती है पहले, फिर ब्यूरोक्रेसी फाइल बनाकर लाती है। हमसे पूछिए 11 साल केंद्र में मंत्री रहे हैं, मुख्यमंत्री रहे हैं। सब फालतू की बातें हैं कि ब्यूरोक्रेसी घुमाती है। घुमा ही नहीं सकती, उनकी औकात क्या है। हम उन्हें तनख्वाह दे रहे हैं। हम उन्हें पोस्टिंग दे रहे हैं। हम उन्हें प्रमोशन और डिमोशन दे रहे हैं। उनकी कोई औकात नहीं है। असली बात है कि हम ब्यूरोक्रेसी के बहाने से अपनी राजनीति साधते हैं।