सिंधिया के चौखट पर भी नहीं मिली माफी, क्रास वोटिंग करने वाले नेताओं को बैरंग लौटाया
गुना,19 अगस्त। नगर पालिका अध्यक्ष सविता अरविन्द गुप्ता और उनके पक्ष में बीजेपी का मेन्डेट तोड़कर वोट करने वाले पार्षदों पर संकट के बादल छाते नजर आ रहे हैं। क्योंकि इस मामले को लेकर केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बेहद नाराज हैं।
वहीं दूसरी ओर नगर पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में बीजेपी प्रदेश संगठन क्रॉस वोटिंग कर मेन्डेट मिले बीजेपी प्रत्याशी को हराने के मामले को गंभीरता से लिया है और इस मामले में गुना जिला अध्यक्ष गजेन्द्र सिकरवार से विस्तृत जानकारी ली। संभावना ये है कि बीजेपी प्रदेश संगठन ने क्रॉस वोटिंग करने वाले पार्षदों पर अनुशासनहीनता के तहत कारण बताओ नोटिस देने और निलंबन जैसी कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं।
वहीं सूत्रों ने बताया कि 2 दिन पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने 4-5 वाहनों में सवार होकर 24 से 25 लोग, जिसमें निर्दलीय नगर पंचायत अध्यक्ष के पति अरविन्द गुप्ता, 10 से 12 पार्षद, पंचायत प्रतिनिधि, कुछ समाज के प्रमुख पदाधिकारी केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने दिल्ली गए थे, यहां के नेताओं की मंशा यह थी कि सिंधिया से मिलकर उनकी नाराजगी दूर कर दी जाए और उनसे माफी मांगकर आशीर्वाद ले लिया जाए। एक दिन तो सिंधिया अंचल के दूसरे जिलों से गए लोगों और जीते पार्षद, नगर पंचायत अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष से मिलते रहे, गुना से गए नेताओं तक से बात करना तो दूर नाराजगी के चलते देखना तक मुनासिब नहीं समझा।
दिल्ली गए 3-4 नेताओं ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि बुधवार को कुछ क्षण सिंधिया से मिले, लेकिन उन्होंने 1 ही लाइन में जवाब दिया कि पार्टी का मेन्डेट तोड़कर अध्यक्ष बन गए आप अब जाइए। इसके बाद वे आगे बढ़ गए। उधर सिंधिया की इस नाराजगी भरे शब्दों की बीजेपी और सिंधिया समर्थकों में चर्चा बनी रही।
स्मरण रहे कि गुना नगर पालिका अध्यक्ष के चुनाव में जहां एक ओर बीजेपी का मेन्डेट सुनीता रविन्द्र रघुवंशी को मिला था, यहां निर्दलीय प्रत्याशी सविता अरविन्द गुप्ता विजेता हुए थे। जबकि सुनीता रविन्द्र रघुवंशी को मेन्डेट देने की पैरवी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी। ऐसे ही उपाध्यक्ष के चुनाव में जिस बीजेपी महिला पार्षद को मेन्डेट मिला, उसको क्रॉस वोटिंग करने वालों ने चुनाव ही नहीं लड़ाया और मेन्डेट की धज्जियां उड़ाकर पसंद का भी उपाध्यक्ष बनाया था। इसे लेकर शिकायतें बीजेपी संगठन तक पहुंच रही हैं। प्रदेश बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता वीडी शर्मा, महामंत्री संगठन हितानंद शर्मा जैसे कई नेता बेहद नाराज हैं और इसे अनुशासनहीनता मान रहे हैं।