Satna: महिला पंच-सरपंच के पति की धौंस होगी कम, पंचायतों की बैठक में भाग लिया तो जाएगी सरपंची
सतना, 23 अगस्त। जिले की ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच पद पर निर्वाचित महिलाओं के बजाय उनके पति व अन्य परिजन पंचायत का कामकाज नहीं चला पाएंगे। यदि ऐसा हुआ तो महिला पंच और सरपंच को अपना पद गवाना पड़ सकता है। सतना कलेक्टर व जिला मजिस्ट्रेट अनुराग वर्मा ने इस संबंध में स्पष्ट और सख्त लिखित आदेश जारी किए हैं।
महिला सशक्तिकरण व ग्रामीण विकास में महिलाओं की भूमिका सुनिश्चित करने के लिहाज से महिलाओं को दिए गए 50% आरक्षण का लाभ उठाने वालों पर अब गाज भी गिरेगी। महिलाओं को पंच और सरपंच पद के दायित्वों का निर्वहन स्वयं करना होगा।
सतना डीएम ने सभी एसडीएम और जनपद पंचायतों के सीईओ को स्पष्ट आदेश दिया है कि पंचायत की बैठकों, कार्यक्रमों व ग्राम सभा की कामों में भी महिला पंच और सरपंच को खुद उपस्थित रह कर हिस्सा लेना होगा।
उनके जगह पर उनके पति या अन्य परिजन किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकेंगे। यदि ऐसा हुआ और शिकायत मिली तो संबंधित महिला पंच और सरपंच को पद से हटाए जाने की कार्रवाई की जाएगी।
निर्धारित समय सीमा में कार्रवाई न किए जाने के मामलों को गंभीरता से लिया जाएगा। लिहाजा इसमें कोई लेटलतीफी न की जाए। कलेक्टर ने इस आदेश पर तत्काल प्रभाव से अमल करने के निर्देश भी को दिए हैं। बताते चलें कि सतना में 695 ग्राम पंचायतें हैं। महिलाओं को दिए गए 50% आरक्षण के हिसाब से यहां लगभग साढ़े 300 पंचायतों में महिलाएं सरपंच हैं।