Bhopal: म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट के नाम पर मां-बेटी से 93 लाख रुपए की ठगी, बैंक मैनेजर ने खोले फर्जी खाते
राजधानी भोपाल में 21 वर्षीय बुजुर्ग महिला और उनकी बेटी के बैंक खातों के दस्तावेजों का उपयोग कर फर्जी खाता खुलवा कर करीब 93 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
राजधानी भोपाल में एक प्राइवेट बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर ने म्यूचुअल फंड में निवेश के नाम पर बुजुर्ग और उनकी बेटी से 93 लाख रुपए की ठगी कर ली। साइबर पुलिस ने बताया कि एचडीएफसी बैंक के रिलेशनशिप मैनेजर ने 21 वर्षीय बुजुर्ग महिला और उनकी बेटी से म्यूचल फंड इन्वेस्टमेंट कराने के नाम पर आधार कार्ड, पैन कार्ड और हस्ताक्षर की फोटोकॉपी ली थी जिसके बाद आरोपी ने डाक्यूमेंट्स को स्कैन कर दूसरे बैंक में उनके नाम का फर्जी अकाउंट खोलकर उसमें राशि ट्रांसफर करा करा ली थी। इसके बाद फर्जी खाते से रकम अपने खाते में ट्रांसफर कर ली थी बुजुर्ग की जानकारी के बिना ही वह म्यूच्यूअल फंड में लगी राशि को रिडीम कर लेता था। म्यूचल फंड इन्वेस्टमेंट दिखाने के लिए वे फर्जी दस्तावेज तैयार करता था। इस पूरे मामले में एचडीएफसी इंडसइंड और एक्सिस बैंक के अफसरों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है। जानिए कैसे हुआ खुलासा...
एसपी साइबर सेल वैभव श्रीवास्तव ने दी जानकारी
साइबर एसपी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि स्टर्लिंग ग्रीन व्यू चूना भट्टी की रहने वाले इंद्रा शर्मा ने 3 साल पहले अपनी जमीन बेची थी। इसके बाद उन्होंने यह राशि एचडीएफसी बैंक में जमा कर दी थी तब ओबेदुल्लागंज के रहने वाले संजय सिंह ठाकुर एचडीएफसी बैंक में रिलेशनशिप मैनेजर के पद पर थे उन्होंने इंद्रा शर्मा को सलाह दी कि वह म्यूच्यूअल फंड इन्वेस्टमेंट करें। जिसमें उन्हें 12% लाभ होगा। इसके बाद इंद्रा ने इन्वेस्टमेंट के लिए अनुमति दे दी और संजय ने राशि इन्वेस्ट भी कर दी थी।
आरोपी ने पीड़िता की बेटी का फर्जी बैंक खाता खुलवाया
इसके बाद संजय सिंह ठाकुर ने एचडीएफसी बैंक से इंदिरा के हस्ताक्षर आधार को स्कैन किया और एक्सिस बैंक में इंद्रा शर्मा के नाम से फर्जी खाता खुलवाया। साल 2021 के अंत में एचडीएफसी बैंक में कॉल करके एक्सिस बैंक में खोले गए इंद्रा के नाम से खाते में 63 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए गए। इतना ही नहीं आरोपी ने इंदिरा कि दुबई में रहने वाली बेटी अर्चना का बैंक खाता इंडसइंड बैंक में खुलवाया। जब अर्चना ने वहां से 30 लाख रुपए खाते में जमा किए तो उक्त राशि अर्चना के नाम से खोले गए फर्जी खाते में ट्रांसफर हो गई। इसके बाद आरोपी संजय ने दोनों फर्जी खातों से राशि अपने खातों में ट्रांसफर कर ली।
ठगी की राशि से आरोपी ने खरीदी 20 लाख की कार
साइबर एसपी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि आरोपी संजय सिंह ठाकुर ने म्यूचुअल फंड में शुरुआत में इन्वेस्टमेंट कराया था बाद में उसमें से रकम निकाल ली थी राज्य साइबर सेल ने आरोपी को रायसेन जिले के औबेदुल्लागंज से गिरफ्तार कर रिमांड पर ले लिया है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने ठगी की राशि से 20 लाख रुपए की कार, आईफोन समेत कई कीमती सामान भी खरीदा। साइबर पुलिस ने कार समेत अन्य सामान जब्त कर लिया है। पुलिस को कई बैंक अकाउंट और क्रेडिट कार्ड भी आरोपी से मिले हैं।
ऐसे हुआ खुलासा
साइबर सेल एसपी वैभव श्रीवास्तव के अनुसार इंदिरा शर्मा को कुछ दिन पहले रुपयों की जरूरत पड़ी तो उन्होंने अपने बैंक खाते में जमा राशि को निकालना चाहा। बैंक से पता चला है कि उनके खाते में रकम नहीं है। जब इंद्रा ने संजय से बात की तो उसने बताया कि आपका खाता हैक कर राशि दूसरे खाते में ट्रांसफर कर ली गई है। इस संबंध में इंदिरा शर्मा ने राज्य साइबर सेल में शिकायत की थी। जिसके बाद मध्य प्रदेश साइबर सेल ने जांच की तो खुलासा हुआ कि बैंक से इंदिरा शर्मा के दस्तावेज चोरी करके उनके नाम पर दूसरा अकाउंट खोला गया। जब संजय ठाकुर से संबंध में पूछताछ की गई तो उसने पहले तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने फर्जी खाता खोलकर रकम ट्रांसफर करने की बात स्वीकार कर ली।
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