मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र स्थगित, बढ़ते कोरोना संक्रमण के देखते हुए लिया गया फैसला
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सभी पार्टियों की बैठक में 20 से 24 जुलाई तक चलने वाले मानसून सत्र को स्थगित कर दिया गया है। मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें यह फैसला लिया गया। इस बैठक में मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी पहुंचे जिन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कोरोना वायरस के हालात के बारे में बताते हुए सावधानी बरतने को कहा है। सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों की सहमति से 20 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र को रद्द करने का फैसला लिया गया।
प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने इस बारे में कहा कि विधानसभा में 219 सदस्यों के बैठने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं है। विधानसभा में सेंट्रल एसी है इसलिए सदन में कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा है। उन्होंने बैठक में कहा कि सदन के हरेक सदस्य की सुरक्षा बहुत जरूर है इसलिए मानसून सत्र को स्थगित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले 10-12 दिनों में प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है जिस वजह से शादी या त्योहार के लिए दिशा-निर्देश में सरकार ने जारी किए हैं।
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इस बारे में प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने यह बताया कि सभी दलों की सहमति से यह निर्णय हुआ है। प्रदेश में फैलते कोरोना वायरस की महामारी को लेकर सरकार चिंतित है। ऐसे हालात में विधानसभा की कार्यवाही को सुचारू रुप से चलाना सही नहीं था इसलिए मानसून सत्र रद्द किया गया। सीएम ने कहा कि वे इसको मंजूरी देने का अनुरोध राज्यपाल के पास भेजेंगे। उन्होंने बताया कि विधेयकों और प्रशासनिक मंजूरियों के लिए सरकारी स्तर पर फैसले लिए जाएंगे।