मध्य प्रदेश में हिंदी भाषा में शुरू की जाएगी मेडिकल की पढ़ाई- विश्वास सारंग
मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को हिंदी दिवस के अवसर पर कहा कि हम राज्य में हिंदी भाषा में चिकित्सा शिक्षा का एक कोर्स शुरू करेंगे।
भोपाल, 14 सितंबर। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने मंगलवार को हिंदी दिवस के अवसर पर कहा कि हम राज्य में हिंदी भाषा में चिकित्सा शिक्षा का एक कोर्स शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि इसको लेकर एक कमिटी बनाई जाएगी जो मेडिकल सिलेबस को हिंदी में तैयार करने को लेकर फैसला लेगी। उन्होंने कहा कि समिति यह भी सुनिश्चित करेगी की सिलेबस तैयार किया जाए और राज्य में इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाए।
बता दें कि हिंदीं में इंजीनियरिंग और चिकित्सा शिक्षा सहित प्रमुख विषयों की शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से साल 2011 में मध्य प्रदेश में अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय स्थापित किया गया था, हालांकि इसकी स्थापना के 10 सालों बाद भी इस विषय में अब तक कोई प्रगति नहीं हुई है। बता दें कि उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान ने भी ऐसी ही एक पहल की है। संस्थान ने पहली बार मेडिकल की तीन किताबें हिंदी भाषा में प्रकाशित की हैं।
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जल्दी
करें
अप्लाई
यूपी
सरकार
को
भेजा
गया
प्रस्ताव
खबरों
की
मानें
तो
हिंदी
भाषा
संस्थान
के
अध्यक्ष
डॉ.
राजनारायण
शुक्ला
ने
राज्य
के
सभी
विश्वविद्यालयों
में
हिंदी
में
मेडिकल
की
किताबें
लागू
करने
का
प्रस्ताव
भेजा
है।
अगर
यह
प्रस्ताव
पास
हो
जाता
है
तो
हिंदी
भाषी
छात्रों
के
लिए
मेडिकल
की
पढ़ाई
आसान
हो
जाएगी।
भाषा
संस्थान
की
पहल
पर
किताबें
केजीएमयू
के
सर्जरी
विभाग
के
पूर्व
प्रमुख
टीसी
गोयल
और
उनके
बेटे
डॉ.
अपुल
गोयल
ने
लिखी
हैं।
गौरतलब
है
कि
यूपी
भाषा
संस्थान
ने
मेडिकल
कोर्स
में
हिंदी
भाषा
की
किताबों
की
अनुपलब्धता
और
छात्रों
की
सुविधा
को
ध्यान
में
रखते
हुए
इस
पहल
को
आगे
बढ़ाया
है।
डॉ.
राजनारायण
शुक्ला
ने
कहा
कि
मैनेजमेंट
पर
भी
जल्द
ही
हिंदी
में
किताबें
प्रकाशित
की
जाएंगी।