डॉक्टर के सुसाइड को लेकर पिता ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाए आरोप, हमीदिया में जमकर हुआ हंगामा
हमीदिया अस्पताल के H ब्लॉक हॉस्टल में पीजी की 1st ईयर की मेडिकल छात्रा ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद पिता और परिजनों ने हमीदिया प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है।
भोपाल के हमीदिया अस्पताल के H ब्लॉक हॉस्टल में पीजी की 1st ईयर की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। घटना के बाद परिजनों ने हमीदिया प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए है। परिजनों के मुताबिक छात्रा ने परिजनों को बताया था कि अस्पताल प्रशासन वर्क प्रेशर देता है। वहीं पुलिस भी मामले में एफआईआर की बात कर रही है।
40-40 घंटे काम
भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में जहां छात्र एक अच्छे भविष्य की उम्मीद के साथ पढ़ने आते है, लेकिन एक छात्रा की आत्महत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए है। पीडियाट्रिक से पीजी की छात्रा ने (H block) हॉस्टल में एनएसथीसिया और पेन किलर के इंजेक्शन लगा कर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद छात्रा के पिता ने भी आरोप लगाया है कि हमीदिया का प्रशासन आकांक्षा पर वर्क प्रेशर देता था और 40-40 घंटे काम करवाता था जिसकी वजह से वो पढ़ाई तक छोड़ने के लिए मजबूर हो गई थी और ये सब बातें आकांक्षा ने फोन पर भी बताई। पिता ने बताया कि आकांक्षा ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। जिसमे उसने अपने पूरे परिवार से माफी मांगी और खुद को कमजोर भी बताया है। वहीं सुसाइड नोट और परिवार के आरोपों के बाद पुलिस भी जांच कर एफआईआर दर्ज करने की बात कर रही है।
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डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि आकांक्षा के सुसाइड नोट और उसके परिवार के आरोपों से ये बात तो साफ है कि आकांक्षा अस्पताल प्रशासन से परेशान थी। हमीदिया अस्पताल में ये पहला मामला नहीं इससे पहले भी ऐसे ही आत्महत्या के मामले सामने आ चुके है। हालंकि अब इस मामले में पुलिस की कार्रवाई का इंतजार है।
जानिए पूरा मामला बता दे
भोपाल में बनवाया गया था डॉक्टर आकांक्षा माहेश्वरी ने हॉस्टल में सुसाइड कर लिया था। वे गांधी मेडिकल कॉलेज में पीडियाट्रिक डिपार्टमेंट में पीजी कर रही थी। पुलिस को मौके से ढाई ढाई एमएल के एनेस्थीसिया इंजेक्शन की चार खाली शीशी और 50 एमजी का पेन किलर का खाली इंजेक्शन व सिरिंज मिली। बताया जा रहा है कि आकांक्षा ये इंजेक्शन एनएसथीसिया डिपार्टमेंट से लाई थी। पुलिस का मानना है कि आकांक्षा ने इन इंजेक्शन से सुसाइड किया है।
मुकेश एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें आकांक्षा ने लिखा है। मैं इतनी मजबूत नहीं हूं। इतना स्ट्रेस झेल नहीं सकती। मम्मी पापा सॉरी। दोस्तों को भी सॉरी। प्यार देने के लिए धन्यवाद। में स्ट्रांग नहीं हूं। मैं व्यक्तिगत कारणों से यह कदम उठा रही हूं। बता दे आकांक्षा में गवालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज से पिछले साल ही एमबीबीएस पूरा किया था वे गवालियर के दीनदयाल नगर के इलाके की आदित्यपुरम की रहने वाली थी
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