MP के खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने खोल दी मध्याह्न भोजन की पोल,स्कूल शिक्षा मंत्री को लिखा शिकायती पत्र
खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को शिकायती पत्र लिखते हुए कहा कि उनके क्षेत्र पन्ना जिले के अजय गढ़ ब्लॉक में करीब 100 स्कूलों में 6 महीने से मध्याह्न भोजन नहीं बांटा गया है।
भोपाल,18 सितंबर। मध्यप्रदेश के पन्ना जिले में सैकड़ों स्कूलों में मध्याह्न भोजन की व्यवस्था ठप चुकी है। प्रदेश के खनिज मंत्री व पन्ना विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को पत्र लिखकर इस ओर ध्यान देने के लिए कहा है। इस पत्र के वायरल होने के बाद से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। दरअसल प्रदेश में विपक्ष मिड डे मील में गड़बड़ियों को लेकर पहले से ही सरकार पर आरोप लगा रहा है। कांग्रेस के नेता इसे पोषण आहार घोटाला बता रहा है और राजधानी में लगातार तीन दिनों से इसे लेकर विपक्ष धरना प्रदर्शन भी कर रहा है। ऐसे में खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार को शिकायती पत्र लिखकर सरकार की मुश्किले ओर बढ़ा दी है। उन्होंने लिखा कि उनके क्षेत्र पन्ना जिले के अजयगढ़ ब्लॉक में करीब 100 से ज्यादा स्कूलों में 6 महीने से मध्यान भोजन नहीं बांटा गया है। उन्होंने स्कूल शिक्षा मंत्री से लापरवाही करने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
खनिज मंत्री ने क्या लिखा पत्र में
खनिज मंत्री ने स्कूल शिक्षा मंत्री को लिखा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र पन्ना में भ्रमण के दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने बताया कि अजय गढ़ विकासखंड के करीब 100 से अधिक स्कूलों में पिछले 6 महीनों से मध्याह्न भोजन नहीं बांटा गया है। इसके कारण स्थानीय लोगों में असंतोष है। ऐसी स्थिति चिंता का विषय है। मध्याह्न भोजन वितरण में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मध्याह्न भोजन का वितरण सुचारू रूप से संचालित कराने के संबंध में आदेश दें।
पत्र के वायरल होने के बाद मंत्री बृजेंद्र प्रताप ने दिया बयान
मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने इंदर सिंह परमार को लिखे पत्र के वायरल होने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि लपन्ना दौरे के दौरान सामने आया था कि बहुत दिनों से कई स्कूलों में मिड डे मिल नहीं मिल रहा है। इस बारे में कलेक्टर से बात की तो पता चला कि योजना के पोर्टल में कोर्ट गलत फीड हो गया है, इस वजह से दिक्कतें हुई। मैंने इस विषय को स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के समक्ष रखा और कलेक्टर ने कहा कि कोड ठीक कर लिया गया है। 15 दिनों में व्यवस्था सुधर जाएगी।
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पत्र को लेकर सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
अपनी ही सरकार के खिलाफ मंत्री का शिकायती पत्र वायरल होने के बाद विपक्ष ने इस पत्र को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने राजधानी भोपाल में एक बार फिर पोषण आहार घोटाले को लेकर जांच की मांग उठाई। उन्होंने इस पत्र को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से इस्तीफा भी मांगा। इस दौरान शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई और पोस्टर भी जलाए गए।
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा- सच्चाई को स्वीकार करें सरकार
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्री के लेटर सामने आने के बाद कहा कि कांग्रेस पहले से योजना में गड़बड़ी की बात कह रही है। इसके प्रमाण भी समय-समय पर हमने सामने रखे हैं। पोषण आहार के नाम पर प्रदेश में फर्जीवाड़ा किया गया है। अब सरकार के जिम्मेदार खुद सच्चाई सामने ला रहे हैं। पता नहीं सरकार कब इसकी सच्चाई को स्वीकार करेगी। मैं सरकार से मांग करता हूं कि इसकी उच्च स्तरीय जांच की जाए। योजना में भी फर्जीवाड़ा बंद कर दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।